देहरादून, 05 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने Uttarakhand प्रीमियर लीग 2025 का समापन पर विजेता टीम को बधाई देते हुए क्रिकेट एसोसिएशन (सीएयू)के पदाधिकारियों से कहा कि Uttarakhand की टीम देश की सबसे मजबूत टीम बने, ऐसी व्यवस्था की जाए. Uttarakhand सरकार प्रदेश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही .
sunday रात्रि Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ Uttarakhand की ओर से राजीव गाँधी इंटरनेशनल स्टेडियम रायपुर देहरादून में आयोजित Uttarakhand प्रीमियर लीग 2025 के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि यह बातें कही. हरिद्वार एलमास Uttarakhand प्रीमियर लीग 2025 चेपियनशिप का विजेता रहा.
Chief Minister ने चैंपियनशिप को जीतने वाली टीम के सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि वे सभी टीमे और खिलाड़ी जो इस बार जीत से कुछ कदम दूर रह गए हैं. खेल में हार-जीत स्वाभाविक है, लेकिन आपकी खेल भावना, परिश्रम और निरंतर आगे बढ़ने का जज्बा को बनाए रखें.
Chief Minister ने कहा कि यह जानकार अत्यंत प्रसन्नता हुई है कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ Uttarakhand की ओर से पुरूष खिलाडियों के साथ-साथ महिला खिलाडियों के क्रिकेट को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. महिला खिलाड़ियों की चार टीमों ने इस टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन किया और मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस लीग में महिलाओं की भागीदारी भविष्य में मील का पत्थर साबित होगी. इतने कम समय में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ Uttarakhand की बालिकाओं की ओर से बीसीसीआई के तत्वाधान में आयोजित अंडर 19 वर्ग की प्रतियोगिता में दो बार चैम्पियन ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया गया है. इसके साथ ही ये हमारे राज्य के लिए अत्यंत गौरव का विषय है कि पर्वतीय राज्य की तीन बालिकाएं राघवी बिष्ट, प्रेमा रावत एवं नंदनी कश्यप अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब रही है. उन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से वर्तमान में न्यूजीलैंड में होने वाली सीरीज में Indian टीम में जगह बनाई है.
Chief Minister ने कहा कि आज Uttarakhand के युवाओं की ओर से बढ़-चढ़कर ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लिया जा रहा है, जो पूरे भारत में Uttarakhand की अलग पहचान बना रहा है. आज का युवा Uttarakhand को खेल के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण स्थान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई दे रहा है लेकिन, यह भी सोचने का विषय है कि Uttarakhand का टैलेंट बाहर क्यों जा रहा है? हम जब देखते है कि हमारे पहाड़ी मूल के खिलाड़ी आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, पर अपने राज्य से नहीं बल्कि दूसरे राज्यों की टीम से खेल रहे हैं.
Chief Minister ने इसी वर्ष हमारे राज्य में आयोजित हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों के भव्य एवं सफल आयोजन ने Uttarakhand को “देवभूमि’’ के साथ ही “खेलभूमि” के रूप में भी स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है. इस बार के राष्ट्रीय खेलों में Uttarakhand के खिलाड़ियों ने 103 पदक जीतकर इतिहास रचते हुए राज्य का गौरव बढ़ाने का कार्य किया.
Chief Minister ने कहा कि आज Uttarakhand विश्वस्तरीय ’’स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर’’ के मामले में भी देश के प्रमुख राज्यों में गिना जाने लगा है और अब हमारे प्रदेश में राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन भी होने लग गए हैं. हमारी सरकार Uttarakhand को खेलभूमि के रूप में स्थापित करने उद्देश्य से राज्य में शीघ्र ही एक ’’स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान’’ भी लागू करने जा रही है, जिसके अंतर्गत प्रदेश के आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियों की स्थापना की जाएगी. इन अकादमियों में प्रत्येक वर्ष 920 विश्वस्तरीय एथलीट और 1000 अन्य खिलाड़ी उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे.
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक उमेश शर्मा, Uttarakhand क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारी, खेल विभाग के अधिकारी व बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे.
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(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
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