राजगढ़, 3 सितम्बर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा, नरसिंहगढ़, तलेन, पचोर,राजगढ़, छापीहेड़ा, खिलचीपुर सहित अन्य जगहों पर जलझूलनी एकादशी के पर्व पर बुधवार को श्रद्वाभाव व धूूमधाम के साथ विमान यात्रा निकाली गई। खिलचीपुर नगर के करीब 40 मंदिरों से भगवान पालकी व डोल में विराजित होकर बैंड-बाजों और शंख-नगाड़ों की गूंज के साथ नगर भ्रमण पर निकले। विमान यात्रा नगर के जिन बाजारों से निकली, वहीं से श्रद्वालु शामिल होते गए।
चलसमारोह का मुख्य पड़ाव गाड़गंगा नदी पर रहा, जहां भगवान को घाटों पर विराजित किया और शुद्व जल से स्नान कराया गया। श्रद्वालुओं के द्वारा श्रीराधा-कृष्ण, मैया सीता-श्रीराम और लक्ष्मण जी की जीवंत झांकी पानी मे तैराई गई, जिसे देखकर श्रद्वालुओं ने जयकारे लगाए। बच्चे और महिलाएं इस नजारे को नदी के किनारे से निहारते हुए देखे गए। भगवान के स्नान और पूजन के बाद विमान पुनः मंदिरों की ओर लौटे, तो पूरा नगर आलकी की पालकी जय कन्हैयालाल की जयकारों के गूंज उठा। मंदिरों में महाआरती के साथ धार्मिक आयोजन का समापन हुआ।
जिले के तलेन नगर में हिन्दू धार्मिक उत्सव समिति के तत्वावधान में परंपरानुसार डोल ग्यारस पर्व पर विमानों का चलसमारोह निकाला गया। चल समारोह में नगर के महेश्वरी मंदिर, माली मौहल्ला मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर, बड़ा मंदिर सहित अन्य मंदिरों से विमान शामिल हुए। चल समारोह में शामिल भजन मंडलियों द्वारा एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी गई। नगर के समीपस्थ उगल नदी के तट पर भगवान का जल आचमन कराया गया। हिन्दू उत्सव समिति द्वारा मंदिर पुजारियों का सम्मान किया गया।
जिले के ब्यावरा शहर में राजगढ़ रोड़ स्थित राधा-कृष्ण मंदिर, जूना ब्यावरा स्थित बिहारीजी मंदिर सहित अन्य मंदिरों से धूमधाम के साथ विमान यात्रा निकाली गई और अजनार नदी के तट पर भगवान का स्नान और पूजा-अर्चना की गई। वहीं छापीहेड़ा में समाजसेवी मोहनलाल सोनी द्वारा डोल ग्यारस पर्व की पूर्व संध्या पर भगवान के 32 विमान देवालय और भजन मंडलियों को दिए। पचोर शहर में धूमधाम व श्रद्वाभाव के साथ जलझूलनी पर्व मनाया गया।
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(Udaipur Kiran) / मनोज पाठक