नई दिल्ली, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की कि घुमंतु समाज के प्रत्येक परिवार को स्थायी आवास उपलब्ध कराना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इस समाज के हर परिवार को छत उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जहां इन परिवारों को बसाया जाएगा, वहीं रोजगार की सुविधाओं और हाट-बाजार की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि आजीविका और जीवन-यापन दोनों सुनिश्चित हों। मुख्यमंत्री ने यह विचार विमुक्त, घुमंतू व अर्ध-घुमंतू जनजातियों के सशक्तिकरण के लिए रविवार को डॉ. आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में विमुक्त जाति दिवस कार्यक्रम मे व्यक्त किए।
दिल्ली सरकार के कला व संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा व रविंद्र इंद्राज सिंह के अलावा अन्य गणमान्य अतिथि भी शामिल हुए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहली बार है जब विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध-घुमंतू जनजातियों के सम्मान और उनके सशक्तीकरण के लिए इतना व्यापक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस आयोजन ने न केवल इन समुदायों की सांस्कृतिक धरोहर को सामने रखा बल्कि समाज में उनकी पहचान को भी मजबूती प्रदान की। मुख्यमंत्री ने अपने भावनात्मक संबोधन में कहा कि आजादी के 78 वर्षों बाद भी घुमंतु समाज उपेक्षा और संघर्ष की कड़ी परिस्थितियों से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में इन समुदायों का महत्वपूर्ण योगदान रहा, किंतु पूर्ववर्ती सरकारों ने कभी उनकी वास्तविक चिंता नहीं की। उन्होंने कहा कि आज यह पहली बार है, जब दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार मिलकर उनके जीवन में स्थिरता और सम्मान लाने का प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संवेदनशीलता और दूरदृष्टि का सम्मान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा घुमंतु, विमुक्त और अर्ध-घुमंतु समुदायों के लिए बोर्ड का गठन कर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और आवास जैसी बुनियादी आवश्यकताओं को सुनिश्चित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब से उनकी सरकार ने कार्यभार संभाला है, तभी से प्रधानमंत्री ने निर्देश दिए थे कि घुमंतु समाज के प्रत्येक परिवार को आवास उपलब्ध कराया जाए। इस दिशा में दिल्ली सरकार ने ठोस कदम उठाते हुए विस्तृत योजना तैयार कर ली है।
मुख्यमंत्री ने दृढ़ संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि घुमंतु समाज के प्रत्येक परिवार को स्थायी आवास उपलब्ध कराना दिल्ली सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि चाहे वित्तीय चुनौतियां कितनी ही बड़ी क्यों न हों, लेकिन हर परिवार को छत उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जहां इन परिवारों को बसाया जाएगा, वहीं रोजगार की सुविधाओं और हाट-बाजार की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि आजीविका और जीवन-यापन दोनों सुनिश्चित हों।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे अपनी सूचियां व दस्तावेज व्यवस्थित करें, जिससे सरकार की योजनाओं का लाभ समयबद्ध ढंग से उन्हें मिल सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह केवल वादा नहीं, बल्कि एक गंभीर प्रतिबद्धता है, जिस पर उनकी सरकार पूरी निष्ठा और परिश्रम के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के संसाधनों और संस्थानों पर घुमंतु समाज का भी समान अधिकार है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि घुमंतु समुदाय के बच्चे भी भविष्य में उच्च पदों पर पहुंचकर परिवार और समाज का मान-सम्मान बढ़ाएंगे। मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा कि अब समय आ गया है कि घुमंतू समाज को स्थायी पहचान और सम्मान मिले।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
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