– 143 वर्ष बाद “बरडा वन्यजीव अभ्यारण्य” में शेर पुनः निवास कर रहे हैं: मंत्री मुलुभाई बेरा
गांधीनगर, 10 अगस्त (Udaipur Kiran) । विश्व सिंह दिवस के मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेन्द्र यादव की उपस्थिति में गुजरात के द्वारका जिले के बरडा वन्यजीव अभयारण्य में एक विशेष आयोजन किया गया। वन मंत्री भूपेन्द्र पटेल ने देश और दुनिया भर के सिंह प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों को विश्व सिंह दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुजरात के शावक आज भारत की पहचान बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने याद दिलाया कि वनराज का वैभव कायम रहे और भविष्य में भी निरंतर बढ़ता रहे, इसके लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी ने ‘प्रोजेक्ट लायन’ शुरू किया है। इस परियोजना में सिंह के आवास और जनसंख्या प्रबंधन, वन्यजीव स्वास्थ्य, मानव और वन्यजीव संघर्ष, स्थानीय लोगों का सहयोग, पर्यटन विकास, वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रशिक्षण, इको-डेवलपमेंट तथा जैव विविधता संरक्षण जैसी बातों को शामिल किया गया है। इसके परिणामस्वरूप हमारे यहां शेरों की संख्या 674 से बढ़कर 891 हो गई है। शेरों की बढ़ती आबादी हम सभी के लिए गर्व की बात है। पिछले ढाई दशकों में शेरों का विचरण क्षेत्र 3 जिलों से बढ़कर 11 जिलों तक फैल गया है। स्थानीय निवासियों में “सिंह है तो हम हैं और हम हैं तो सिंह है” की भावना जागृत हुई है। 143 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद बरडा पर्वत में शेरों ने प्राकृतिक रूप से पुनः निवास शुरू किया है, इस बात पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की।
वन और वन्यजीवों के संरक्षण तथा पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए 180 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बरडा अभ्यारण्य क्षेत्र में 75 करोड़ रुपये की लागत से नया सफारी पार्क और पर्यटकों की सुविधाओं के कार्य आने वाले दिनों में किए जाएंगे। वन क्षेत्र में वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए पेट्रोलिंग और मॉनिटरिंग तथा जानवरों के रेस्क्यू जैसे कार्यों के लिए वन विभाग में 247 नए वाहन जोड़े जा रहे हैं। राज्य की 24 इको-टूरिज्म साइट्स के लिए अब घर बैठे बुकिंग की सुविधा वाला पोर्टल शुरू हो गया है। पर्यटक बड़ी संख्या में आने से स्थानीय गृह उद्योग और हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री भी बढ़ेगी।
विश्व सिंह दिवस के अवसर पर नए आवास और वन-पर्यावरण विभाग की नवीन परियोजनाओं के लोकार्पण की शुभकामनाएं देते हुए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वन्यजीवों के संरक्षण और संवर्धन के दृढ़ संकल्प को राज्य सरकार ने सफलतापूर्वक पूरा किया है। गौरव की बात है कि एशियाई शेर केवल गुजरात के गिर क्षेत्र में पाए जाते हैं। राज्य सरकार के समर्पित प्रयासों के फलस्वरूप शेरों की संख्या में 17% की वृद्धि हुई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रकृति और मनुष्य एक-दूसरे के पूरक हैं। इसका उत्कृष्ट उदाहरण गिर क्षेत्र में बसे मालधारियों और शेरों के बीच का अनोखा बंधन है। आज पूरे विश्व के लिए भारत के इको-सेंट्रिज्म के प्रयास प्रेरणादायक बन गए हैं। पिछले वर्ष सासण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री ने गुजरात में शेरों की संख्या बढ़ाने और शेरों के नए आवास बरडा वन्यजीव अभ्यारण्य को विकसित करने का जो संकल्प लिया था, उसे मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सफलतापूर्वक पूरा किया है।
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(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad
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