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रणथंभौर में वनकर्मी की मौत से फैली दहशत! अनिश्चितकाल के लिए बंद हुआ त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग, जाने अब क्या होगा आगे ?

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राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में आराध्य त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। मुख्य वन संरक्षक अनूप के.आर ने रविवार देर रात सुरक्षा के मद्देनजर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को सोमवार से अनिश्चितकाल के लिए बंद करने के आदेश जारी किए हैं। यह निर्णय रविवार को टाइगर रिजर्व के जोन संख्या तीन में जोगी महल नाका क्षेत्र के पास बाघ के हमले में रेंजर देवेंद्र चौधरी की मौत के बाद लिया गया है।

जीर्णोद्धार कार्य देखने गए थे रेंजर
रेंजर देवेंद्र सिंह वन क्षेत्र में छतरी के पास चल रहे जीर्णोद्धार कार्य को देख रहे थे। इस दौरान अचानक बाघ ने उन पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। बाघ शव के पास 20 मिनट तक बैठा रहा। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी जंगल में पहुंचे और शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाया, जहां शव का पोस्टमार्टम किया गया।

6 अप्रैल को हुआ था बच्चे पर हमला
रणथंभौर टाइगर रिजर्व क्षेत्र के जोन नंबर एक से पांच के क्षेत्र में एक माह के अंतराल में बाघ के हमले की यह दूसरी घटना है। बता दें कि 16 अप्रैल को त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर बाघ के हमले में सात साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई थी। यह जोन नंबर एक का क्षेत्र था। अब फिर यह घटना जोन नंबर तीन में वनकर्मी पर हमले के रूप में सामने आई है।

जोन एक से पांच में 14 से ज्यादा बाघ-बाघिन
इस समय रणथंभौर टाइगर रिजर्व के पर्यटन जोन एक से पांच में करीब 14 से 15 बाघ-बाघिनों का मूवमेंट है। पिछले दो माह से इस क्षेत्र में इनका मूवमेंट काफी बढ़ गया है। त्रिनेत्र गणेश मार्ग, अमरेश्वर, शेरपुर क्षेत्र में हर रोज बाघ के मूवमेंट के मामले सामने आ रहे हैं। घटना से कुछ घंटे पहले ही बाघिन सुल्ताना द्वारा अपने बच्चे को मुंह में दबाकर मिश्रदर्रा के पास गुफा में शिफ्ट करने का वीडियो भी सामने आया था। कुछ दिन पहले अमरेश्वर महादेव व शेरपुर क्षेत्र सहित एक होटल की दीवार के पास एक शावक के आने पर उसे बेहोश कर वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया था।

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