सोचिए, आप चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी से बचकर जैसे ही घर में घुसते हैं, पसीने से तरबतर, सबसे पहला काम क्या करते हैं? यकीनन, एसी का रिमोट ढूंढकर उसे सीधे 16 डिग्री पर सेट कर देते हैं, है ना? ऐसा लगता है कि बस यही सबसे तेज़ तरीका है कमरे को ठंडा करने का और तुरंत राहत पाने का।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी ये आदत असल में फायदे से ज़्यादा नुकसान कर सकती है? जी हाँ, ये न सिर्फ आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकती है, बल्कि आपकी जेब पर भी काफी भारी पड़ सकती है, खासकर जब महीने के आखिर में बिजली का बिल आता है।
तो फिर सवाल उठता है कि आखिर AC के लिए सही तापमान है क्या? अगर 16 डिग्री नहीं, तो कितना? चलिए, इसे आसान भाषा में समझते हैं।
AC का सबसे सही तापमान क्या होना चाहिए?
जानकारों की मानें, खासकर भारत सरकार के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (Bureau of Energy Efficiency – BEE) की, तो कमरे में आराम से बैठने के लिए 24 डिग्री सेल्सियस का तापमान सबसे बढ़िया होता है। क्यों? क्योंकि:
यह आरामदायक है: 24 डिग्री तापमान ज़्यादातर लोगों के लिए काफी आरामदायक होता है, न बहुत ज़्यादा ठंडा, न गर्म।
सेहत के लिए बेहतर: BEE का मानना है कि AC को लंबे समय तक 16 या 18 डिग्री जैसे बहुत कम तापमान पर चलाने से सेहत को नुकसान हो सकता है। 24 डिग्री एक सुरक्षित और सेहतमंद तापमान है।
पैसे बचाता है: यह सबसे बड़ा फायदा है! AC को 24 डिग्री पर चलाने से बिजली की खपत काफी कम होती है, जिससे आपका बिल भी कम आता है।
BEE ने तो सरकार से यह भी कहा है कि एसी बनाने वाली कंपनियों को निर्देश दिया जाए कि वे नए एसी में न्यूनतम तापमान ही 24 डिग्री सेट करें। यह तापमान शरीर को आराम देने और ठंडा रखने के लिए काफी है।
16 डिग्री पर AC चलाने का सच: फायदा कम, नुकसान ज़्यादा
एक आम धारणा है कि एसी को 16 डिग्री पर सेट करने से कमरा जल्दी ठंडा हो जाता है। सुनने में यह सही लगता है, लेकिन असलियत थोड़ी अलग है।
हाँ, 16 डिग्री पर आपको ज़्यादा ठंडक महसूस हो सकती है, लेकिन कमरा ठंडा होने में लगने वाला समय लगभग उतना ही होता है जितना 24 से 27 डिग्री पर। असली फर्क पड़ता है एसी के कंप्रेसर पर।
जब आप AC को 16 या 18 डिग्री जैसे कम तापमान पर लगातार चलाते हैं, तो उसके कंप्रेसर पर ज़बरदस्त दबाव पड़ता है। उसे उस बेहद ठंडे तापमान को बनाए रखने के लिए लगातार और ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसका नतीजा?
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ज़्यादा बिजली का बिल: कंप्रेसर एसी का सबसे ज़्यादा बिजली खाने वाला हिस्सा है। ज़्यादा मेहनत मतलब ज़्यादा बिजली की खपत।
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AC की उम्र कम होना: लगातार दबाव पड़ने से एसी के पुर्जे जल्दी खराब हो सकते हैं और उसकी उम्र कम हो सकती है।
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सेहत पर असर: बहुत ज़्यादा ठंडी हवा कुछ लोगों के लिए असहज हो सकती है या गले में खराश जैसी दिक्कतें पैदा कर सकती है।
इसलिए, एसी को 24 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच चलाना सबसे समझदारी भरा विकल्प है। इससे आपका कमरा भी आरामदायक ठंडा रहेगा, बिजली का बिल भी काबू में रहेगा और आपका एसी भी लंबे समय तक आपका साथ देगा।
AC का इस्तेमाल करें समझदारी से, बचाएं बिजली और पैसा:
गर्मी में AC चलाना तो ज़रूरी है, लेकिन कुछ आसान बातों का ध्यान रखकर आप बिजली की बचत कर सकते हैं:
सही तापमान चुनें: एसी को 16 या 18 के बजाय 24 से 26 डिग्री पर सेट करें। सिर्फ इतना करने से ही आपके एसी का बिजली खर्च 25% से 35% तक कम हो सकता है!
हर डिग्री मायने रखती है: याद रखें, एसी का तापमान सिर्फ 1 डिग्री बढ़ाने से भी करीब 3 से 4 प्रतिशत बिजली बचती है।
ज़रूरत पर ही चलाएं: अगर आप कमरे में नहीं हैं, या बाहर जा रहे हैं, तो एसी बंद करना न भूलें। खाली कमरे को ठंडा रखने का कोई मतलब नहीं।
कमरा ठीक से बंद रखें: सुनिश्चित करें कि एसी वाले कमरे के दरवाजे और खिड़कियां ठीक से बंद हों। कहीं से ठंडी हवा बाहर न निकल रही हो। कमरा जितना अच्छे से सील होगा, कूलिंग उतनी बेहतर होगी और एसी पर लोड कम पड़ेगा।
इन छोटी-छोटी बातों को अपनाकर आप गर्मी में चैन की सांस भी ले पाएंगे और बिजली के बढ़ते बिल की चिंता से भी बचेंगे!
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