भारत में खजाने की खोज हर किसी को रोमांचित करती है। भारत को सोने की खान इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहाँ की मिट्टी में कई कीमती धातुएँ दबी हैं, जो देश की किस्मत बदल सकती हैं। अब सरकार ने मिट्टी में दबे सोने-चाँदी को खोजने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।भारत के इस राज्य में होगी तलाशीभारत सरकार ने क्षेत्रफल के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य राजस्थान में सोने, चाँदी और कीमती धातुओं के उत्खनन की अनुमति देने के लिए खनन कानून में एक बड़ा बदलाव किया है। इस बदलाव से भविष्य में ज़मीन में छिपे खज़ानों का पता लगाना आसान हो जाएगा।राजस्थान की मिट्टी में खजाना छिपा हैराजस्थान की धरती हमेशा से ही समृद्ध और रहस्यमयी मानी जाती रही है। अब केंद्र सरकार द्वारा 'खनन एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम' में किए गए 6 बड़े संशोधनों ने राज्य के खनिज भंडारों को खोलने और राज्य को आर्थिक प्रगति की नई राह दिखाने का अवसर प्रदान किया है।ये बड़े बदलाव क्या हैं?कानून में संशोधन का पहला लाभ यह होगा कि अब सोना, चांदी, लिथियम जैसे नए खनिजों को एक ही खनन पट्टे में शामिल किया जा सकेगा। इससे पुराने पट्टाधारकों को और अधिक खनिजों का दोहन करने का अवसर मिलेगा।रॉयल्टी का निर्णय राज्य सरकार करेगी।राजस्थान के पत्थर, बजरी, रेत जैसे लघु खनिजों पर रॉयल्टी राज्य सरकार द्वारा ही तय की जाएगी। इससे स्थानीय विकास और आय में वृद्धि होगी। अगले पाँच वर्षों में अन्वेषण और विकास पर 8,700 करोड़ रुपये खर्च किए जाएँगे। इससे नई खदानों की खोज में तेज़ी आएगी और निवेश का माहौल बनेगा।जमीन में छिपे बहुमूल्य खनिज बाहर आ जायेंगे।200 मीटर से अधिक गहराई वाले खनिजों के लिए खनन पट्टा क्षेत्र बढ़ाया जाएगा। इससे छिपे हुए बहुमूल्य खनिज सामने आ सकेंगे। अब खनिजों का व्यापार एक पंजीकृत इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफ़ॉर्म पर होगा। इससे पारदर्शिता आएगी, लेन-देन में तेज़ी आएगी और निवेशकों को लाभ होगा।राजस्थान को मिलेगा सीधा लाभयदि नीलामी के माध्यम से प्राप्त खदानों में बाद में नए खनिज पाए जाते हैं, तो उसके लिए अतिरिक्त प्रीमियम देना होगा। इससे लागत और लाभ के बीच संतुलन बना रहेगा। राज्य में सोना, चाँदी, टंगस्टन, लिग्नाइट जैसे महत्वपूर्ण खनिज हैं।एक नई कंपनी बनाई जाएगी.खनिजों के बेहतर अन्वेषण के लिए केंद्रीय स्तर पर एक राष्ट्रीय कंपनी बनाई जाएगी, जो राज्य में छिपे खनिजों का उच्च तकनीक से उपयोग कर सकेगी। इन सभी बदलावों से राजस्थान में खनिज आधारित औद्योगिक विकास, स्थानीय रोज़गार और आय में जबरदस्त वृद्धि होगी। राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।भारत में कितना सोना है?दुनिया में सबसे ज़्यादा सोना पैदा करने वाले देशों की बात करें तो भारत अभी भी टॉप 10 की सूची से बाहर है। भारत ज़मीन से बहुत कम सोना निकालता है, लेकिन अगर राजस्थान में हुई खोज सफल रही, तो आने वाले समय में भारत सोने के उत्पादन में कई देशों को पीछे छोड़ सकता है।
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