News India Live, Digital Desk: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान भारत के संभावित सैन्य जवाब से बचने के लिए लगातार अन्य देशों से हस्तक्षेप की अपील कर रहा है। हाल ही में पाकिस्तान ने भारत के करीबी दोस्त रूस से गुजारिश की है कि वह भारत को किसी भी सैन्य कार्रवाई से रोकने के लिए मध्यस्थता करे।
मॉस्को में पाकिस्तान के राजदूत मोहम्मद खालिद जमाली ने रूसी समाचार एजेंसी ‘टीएएसएस’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि रूस के भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं, इसलिए रूस तनाव घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। जमाली ने 1966 के ताशकंद समझौते का हवाला दिया, जिसमें तत्कालीन सोवियत संघ ने के बीच संघर्ष विराम में भूमिका निभाई थी।
इससे पहले, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बातचीत कर दोनों देशों से आग्रह किया था कि वे शिमला समझौते (1972) और लाहौर घोषणापत्र (1999) के अनुसार द्विपक्षीय स्तर पर बातचीत से तनाव को हल करें।
उधर, भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पहलगाम हमले का जवाब जरूर देगा और उसकी सैन्य तैयारियां भी चल रही हैं। इसी क्रम में रविवार शाम पंजाब के फिरोजपुर छावनी बोर्ड में 30 मिनट का ब्लैकआउट अभ्यास किया गया, जो भारत की तैयारियों का संकेत माना जा रहा है।
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