पूरी बॉडी को साफ करना कितना जरूरी है..यह तो सभी जानते हैं। इसलिए चेहरे को साफ करने के लिए फेस वॉश, बालों को साफ करने के लिए शैंपू, बॉडी के हिस्सों को साफ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल करते हैं। पर दिक्कत प्राइवेट पार्ट को साफ करने में होती है।
हमें पता ही नहीं होता कि प्राइवेट पार्ट को कैसे साफ किया जाता है। क्या आप अभी भी नहीं जानते हैं कि प्राइवेट पार्ट को धोने का सही तरीका क्या है? तो चिंता न करें! डॉक्टर गुलबहार अंसारी (B.U.M.S) योनि को साफ करने और सुरक्षित रखने का कई तरीके सुझाए हैं, जिन्हें आप भी फॉलो कर सकते हैं।
डॉ. गुलबहार अंसारी कहती हैं कि अगर वेजाइना को साफ नहीं रखा जाएगा, तो इसके कारण कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि क्यों और कैसे वेजाइना को साफ किया जा सकता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको उन बातों के बारे में बताने वाले हैं जिनका ध्यान आपको वेजाइना की सफाई करते समय रखना चाहिए।
केमिकल युक्त साबुन का ना करें इस्तेमाल
आजकल मार्केट में तरह-तरह के साबुन मिलने लगे हैं, जिनमें हार्ड केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। इन साबुन में पीएच का स्तर काफी ज्यादा होता है, जो प्राइवेट पार्ट के लिए नुकसानदायक होता है। खासकर योनि...यह ऐसा हिस्सा है जो बहुत संवेदनशील होता है और केमिकल युक्त साबुन इस्तेमाल करने से योनि के पीएच का स्तर बिगड़ सकता है। पीएच खराब होने की वजह से जलन जैसी समस्या पैदा हो जाती है।
इंटिमेट वॉश प्रणाली अपनाएं
शायद आपको पता न हो, लेकिन प्राइवेट पार्ट को साफ करने के लिए इंटिमेट वॉश प्रक्रिया को अपनाया जाता है। इसमें योनि को साफ करने के तौर-तरीकों पर बात की जाती है। योनि के साथ-साथ इसे आस-पास के हिस्सों को भी इसी दौरान साफ किया जाता है।
इंटिमेट वॉश का मतलब साधारण साबुन से योनि की सफाई करना नहीं है। इसमें एंटी-वॉशिंग साबुन या लिक्विड का इस्तेमाल किया जाता है।
कॉटन पैंटी का करें इस्तेमाल
सभी इस बात से वाकिफ हैं कि वेजाइना का हिस्सा कितना नाजुक होता है। इसलिए पीरियड्स के दौरान कॉटन पैंटी का चुनाव करना जरूरी है। इससे न सिर्फ आराम मिलेगा बल्कि खुजली जैसी समस्या भी नहीं होगी।
अन्य फैब्रिक दुर्गंध या जलन जैसी सभी प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकते हैं खासतौर से गर्मियों में। इसलिए कॉटन पैंटी का इस्तेमाल करना बेस्ट ऑप्शन है।
पेशाब करने के बाद पानी से ना धोना भूलें
इन दिनों टॉयलेट में टॉयलेट पेपर यानी टिश्यू पेपर का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है। अकसर लोग पेशाब या मल त्याग करने के बाद टिश्यू पेपर का इस्तेमालकरते हैं। अपनी वेजाइना को साफ करने के लिए आप चाहें तो पानी का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
पानी से वेजाइना धोने पर सारे प्यूरिन में रुकी पेशाब की बूंदे साफ हो जाती है, लेकिन इससे वेजाइना गीली रहती है और उसमें नमी बनी रहती है। जिससे बैक्टीरिया पनपने का खतरा ज्यादा रहता है।
इन बातों को ध्यान में रखकर वेजाइना को साफ किया जा सकता है। अगर आपके मन में कोई सवाल है, तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
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