राजसमंद: राजस्थान के राजसमंद क्षेत्र के कांकरोली क्षेत्र में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई। मदरसे से लौटने वाली एक छात्रा ने कहा कि दो युवकों ने उसका अपहरण करने का प्रयास किया। अपहरण करने वाले कार लेकर आए थे। लड़की का मुंह दबाकर उसे कार में पटकने की कोशिश की गई लेकिन कुछ राहगीरों की आहट सुनकर अपहरणकर्ता भाग गए। जैसे ही यह खबर सामने आई तो सोशल मीडिया पर आग की तरफ फेल गई। लोग सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन के साथ सरकार पर सवाल उठाने लगे। सोशल मीडिया पर खबर फैली को मचा हड़कंपमुस्लिम समुदाय की बालिका के अपहरण के प्रयास की खबर सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हुई। इस खबर के बाद पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस अधिकारी भी मौके की ओर दौड़ पड़े। कांकरोली थाना पुलिस ने रात में ही कई प्रतिष्ठान खुलवाए और सीसीटीवी फुटेज की रिकॉर्डिंग खंगाली। यह मामला संतोषी नगर के पास स्थित आजाद नगर का है। जहां रहने वाली 12 वर्षीय बालिका ने अपने परिजनों को अपहरण के प्रयास की जानकारी दी थी। उसने कहा कि जब वह मदरसे से वापस लौट रही थी। तब लगभग साढ़े तीन बजे दो युवकों ने उसका अपहरण करने का प्रयास किया। चार घंटे की मशक्कत के बाद सामने आई ये सच्चाईकांकरोली पुलिस को शाम के समय इस घटना की सूचना मिली। इसके बाद थाना प्रभारी हंसा राम चौधरी पीड़ित किशोरी के घर पहुंचे। साथ में पुलिस थाने का जाब्ता भी था जिसमें महिला कांस्टेबल भी शामिल थी। शुरुआती पूछताछ में किशोरी ने अपहरण की कहानी सुनाई। ऐसे में पुलिस की एक टीम घटनास्थल की ओर रवाना हुई। दर्जनों सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। उधर पुलिस की एक टीम किशोरी से बात करती रही। महिला कांस्टेबल ने बालिका को विश्वास में लेकर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो बालिका ने ऐसी कोई घटना नहीं होने की बात कही। उसने कहा कि उसने मजाक करते हुए एक झूठ बोला था। बाद में मामला बढ़ा तो उस झूठ को छुपाने के लिए बार बार झूठ बोलना पड़ा। दादी को डराने के लिए किया था मजाककिशोरी के अपहरण कांड की सच्चाई जानकर पुलिस ने बड़ी राहत की सांस ली। करीब चार घंटे की परेड के बाद इस घटना की सच्चाई सामने आई। कांकरोली थाना प्रभारी हंसा राम चौधरी ने कहा कि बालिका के अपहरण के प्रयास का यह मामला झूठा निकला है। दरअसल, किशोरी ने अपनी दादी को डराने के लिए मजाक-मजाक में अपहरण के प्रयास की बात कही। इसके बाद यह बात घर परिवार के सदस्यों में फेलते हुए सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। बाद में किशोरी भी डर गई। अपने झूठ को छुपाने के लिए वह बार बार झूठ बोलती रही। मनोवैज्ञानिक तरीके से हुई पूछताछ के बाद सच्चाई सामने आ गई। पुलिस का कहना है कि इस झूठी खबर को सोशल मीडिया पर फैलाने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
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