नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हर रोज किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। इससे भी अधिक सुर्खियों में वे तब रहते हैं जब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ कर रहे होते हैं। जी हां, डोनाल्ड ट्रंप अगर कभी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हैं तो उसके अगले दिन ही कोई न कोई कांड कर देते हैं। अब एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। अब, ट्रंप के इस ऐलान के बाद अटकलें यह लगने लगी है कि कहीं अमेरिकी राष्ट्रपति फिर से न कोई टैक्स वाला बम न फोड़ दें।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें एक महान व्यक्ति बताया और सुझाव दिया कि वह दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को और मजबूत करने के लिए अगले साल भारत का दौरा कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने रूस से खरीदारी काफी हद तक कम कर दी है: ट्रंप
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी चर्चा बहुत अच्छी चल रही है। ट्रंप ने इस दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस से खरीदारी काफी हद तक बंद कर दी है और वह मेरे दोस्त हैं, हम बातचीत करते रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महान व्यक्ति हैं। वह चाहते हैं कि मैं भारत आऊं। हम इसका हल जरूर निकालेंगे, मैं जाऊंगा... प्रधानमंत्री मोदी एक महान व्यक्ति हैं और मैं वहां जाऊंगा।
पहले टैरिफ बम फिर फोड़ा वीजा बम
सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय उत्पादों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया था। इसके बाद उन्होंने रूस से कच्चा तेल खरीदने के पेनाल्टी के रूप में 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ भारत पर लगा दिया। यानी 27 अगस्त के बाद से भारतीय उत्पादों पर अमेरिका में 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। इसका सीधा असर भारत के कारोबार पर पड़ रहा है।इसके चलते कपड़ा, हैंडीक्राफ्ट, जूलरी और अन्य उत्पादों के निर्यात पर इसका बुरा असर हुआ है।
वीजा फीस 10 गुना बढ़ाकर 88 लाख रुपये तक कर दी
इस बीच ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सच्चा दोस्त बताते रहे लेकिन फिर उन्होंने इस बीच वीजा बम फोड़ दिया। इसके तहत उन्होंने H-1B वीजा की आवेदन फीस 10 गुना बढ़ाकर सालाना एक लाख डॉलर यानी लगभग 88 लाख रुपये कर दी। इस वीजा बम के चलते कई भारतीय नागरिकों के अमेरिका में नौकरी करने का सपना अधूरा रह गया।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें एक महान व्यक्ति बताया और सुझाव दिया कि वह दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को और मजबूत करने के लिए अगले साल भारत का दौरा कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने रूस से खरीदारी काफी हद तक कम कर दी है: ट्रंप
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी चर्चा बहुत अच्छी चल रही है। ट्रंप ने इस दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस से खरीदारी काफी हद तक बंद कर दी है और वह मेरे दोस्त हैं, हम बातचीत करते रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महान व्यक्ति हैं। वह चाहते हैं कि मैं भारत आऊं। हम इसका हल जरूर निकालेंगे, मैं जाऊंगा... प्रधानमंत्री मोदी एक महान व्यक्ति हैं और मैं वहां जाऊंगा।
पहले टैरिफ बम फिर फोड़ा वीजा बम
सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय उत्पादों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया था। इसके बाद उन्होंने रूस से कच्चा तेल खरीदने के पेनाल्टी के रूप में 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ भारत पर लगा दिया। यानी 27 अगस्त के बाद से भारतीय उत्पादों पर अमेरिका में 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। इसका सीधा असर भारत के कारोबार पर पड़ रहा है।इसके चलते कपड़ा, हैंडीक्राफ्ट, जूलरी और अन्य उत्पादों के निर्यात पर इसका बुरा असर हुआ है।
वीजा फीस 10 गुना बढ़ाकर 88 लाख रुपये तक कर दी
इस बीच ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सच्चा दोस्त बताते रहे लेकिन फिर उन्होंने इस बीच वीजा बम फोड़ दिया। इसके तहत उन्होंने H-1B वीजा की आवेदन फीस 10 गुना बढ़ाकर सालाना एक लाख डॉलर यानी लगभग 88 लाख रुपये कर दी। इस वीजा बम के चलते कई भारतीय नागरिकों के अमेरिका में नौकरी करने का सपना अधूरा रह गया।
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