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लक्ष्मी प्राप्ति के लिए तुलसी में इस विधि से बांधे लाल कलावा, सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह से हर कदम पर भाग्य का मिलेगा साथ

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वास्तु शास्त के अनुसार कुछ ऐसे पौधे होते हैं, जिन्हें घर में रखने से सकारात्मकता का वास होता है। जैसे, तुलसी को घर रखना वास्तु शास्त्र ही नहीं बल्कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी शुभ माना जाता है। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि घर में रखी तुलसी की देखरेख सही से करने के बाद भी तुलसी सूखने लग जाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा तब होता है, जब घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो। ऐसी ऊर्जा से तुलसी के लिए अनुकूल वातावरण नहीं मिल पाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी से नकारात्मक ऊर्जा हटाने के लिए आपको तुलसी के गमले में कलावा बांध देना चाहिए। आइए, जानते है तुलसी में कलावा बांधने के फायदे और सही विधि।
तुलसी में कलावा बांधने से देवी लक्ष्मी होती है प्रसन्न image

ज्योतिष शास्त्र में तुलसी को रोजाना जल अर्पित करने से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की कृपा मिलती है। वहीं, वास्तु शास्त्र में भी तुलसी धन संबंधित ऊर्जा को आर्कषित करती है। आप अगर तुलसी के गमले या तुलसी के तने में लाल रंग का कलावा बांधते हैं, तो इससे तुलसी सूखती नहीं है और तुलसी के आसपास की ऊर्जा पहले से अधिक सकारात्मक हो जाती है। धन संबंधी लाभ के लिए तुलसी में कलावा जरूर बांधकर रखें।


तुलसी में कलावा बांधने की विधि image

आप अगर देवी लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं, तो आप शुक्रवार के दिन तुलसी में लाल रंग का कलावा बांध सकते हैं। शुक्रवार के दिन सबसे पहले स्नान कर लें। इसके बाद एक थाली में एक दीपक, लोटे में जल, गंगाजल, रोली, मिठाई, अक्षत और लाल रंग का कलावा रख लें। इसके बाद तुलसी जी को जल और गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद तुलसी जी के सामने रोली से स्वास्तिक बनाएं। फिर अक्षत और मिठाई चढ़ाएं। इसके बाद तुलसी जी के सामने दीपक रखकर लाल रंग का कलावा तने औ गमले में लपेट दें। ध्यान दें कि तुलसी जी के तने में बांधा गया कलावा ज्यादा टाइट न हो।


तुलसी में कलावा बांधते समय इन बातों का रखें ध्यान image

-तुलसी में कलावा बांधते समय पूरी विधि का खास ख्याल रखना चाहिए। इसके अलावा तुलसी में कलावा बांधते समय मन में किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचार नहीं आने चाहिए। -तुलसी के पौधे में हमेशा लाल रंग का कलावा ही बांधना चाहिए। कलावा बांधने से पहले तुलसी जी को जल और गंगाजल से स्नान जरूर कराएं। इसके बाद तुलसी के सामने दीपक भी जरूर जलाएं।


कितने दिनों में बदलना चाहिए कलावा image

आपने तुलसी जी में जो कलावा बांधा है, उसे हमेशा के लिए यूं ही बंधा हुआ न छोड़ दें बल्कि हर महीने तुलसी में बंधे कलावे को खोलकर नया कलावा बांध दें। नया कलावा बांधते समय ऊपर बताई हुई विधि का पालन करें और पुराने कलावे को मिट्टी में दबा दें।

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