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बिहार में 'महिला भरोसे' मैजिक नंबर! नीतीश के बाद पीएम को भी यकीन, कांग्रेस की ओर से प्रियंका की जोर आजमाइश

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पटना: बिहार में 'महिला भरोसे' मैजिक नंबर की तलाश है। एनडीए और महागठबंधन के नेताओं ने महिला वोटरों पर फोकस बढ़ा दी है। बिहार सरकार की ओर से पीएम मोदी ने 75 लाख महिलाओं के खाते में 10-10 रुपए ट्रांसफर किए। बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले इस योजना की शुरुआत को राजनीतिक नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या और भूमिका निर्णायक मानी जाती है। राज्य में विधानसभा चुनाव इस वर्ष के अंत में होने हैं। वहीं, पटना में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से बिहार में ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की शुरुआत किए जाने पर सवाल खड़ा किया। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ये योजना चुनाव से ठीक पहले क्यों लाई जा रही है? पिछले 20 साल से किसकी सरकार सत्ता में रही है? इतने सालों में यह काम क्यों नहीं किया गया? आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बहुत पहले से महिला वोटरों को टारगेट पर मां-बहन योजना शुरू करने की घोषणा की है।





75 लाख महिलाओं को मिला 10-10 हजारप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उसके शासनकाल में बिहार की महिलाओं को भारी तकलीफें झेलनी पड़ीं। साथ ही उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली पार्टी और उसके सहयोगी दल राज्य में दोबारा सत्ता में न लौट सकें। प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की शुरुआत के अवसर पर बिहार की महिलाओं को संबोधित कर रहे थे। इस योजना के तहत राज्य की 75 लाख महिलाओं को आजीविका गतिविधियों के लिए 10-10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘नवरात्रि के पावन अवसर पर महिलाओं का आशीर्वाद मेरे लिए बड़ी शक्ति है। आज से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत हुई है। अब तक 75 लाख बहनें इस योजना से जुड़ चुकी हैं और सभी के खातों में 10-10 हजार रुपए भेजे गए हैं।’





पीएम मोदी ने कहा कि जब कोई बहन या बेटी रोजगार या स्वरोजगार से जुड़ती है, तो उसके सपनों को पंख लगते हैं और समाज में उसका सम्मान भी बढ़ता है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर जनधन योजना का भी उल्लेख किया और कहा कि अगर महिलाओं के बैंक खाते न खोले गए होते, तो यह राशि सीधे उनके खातों में नहीं पहुंच पाती। पूर्ववर्ती सरकारों पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पहले एक प्रधानमंत्री कहा करते थे कि दिल्ली से एक रुपया भेजा जाता है, तो जमीन पर सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं और 85 पैसे कोई पंजा मार लेता है। लेकिन आज जो 10-10 हजार रुपए भेजे गए हैं, उन्हें कोई लूट नहीं सकता।‘ उन्होंने कहा, ‘इस योजना से केंद्र सरकार के ‘लखपति दीदी अभियान’ को भी नई ताकत मिली है। अब तक दो करोड़ से अधिक महिलाएं 'लखपति दीदी' बन चुकी हैं और हमारा लक्ष्य तीन करोड़ तक पहुंचने का है। मुझे उम्मीद है कि सबसे अधिक 'लखपति दीदी' बिहार से बनेंगी।’





प्रियंका गांधी की फोकस में आधी आबादीकांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम 'शक्ति पंचायत' में उपस्थित महिलाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बिहार की महिलाएं पूरे समाज का बोझ उठा रही हैं, लेकिन सरकार उन्हें नहीं देख रही है। उन्होंने बिहार सरकार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज जब चुनाव सिर पर है तब इन्हें 10 हजार रुपए देने की योजना नजर आई। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने सवाल करते हुए कहा कि 20 साल से यह सरकार है, आखिर पहले इस योजना की शुरुआत क्यों नहीं की गई? उन्होंने महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें लोगों की नीयत देखनी होगी, तभी निर्णय लेना होगा। उन्हें पता है कि वे आपके समर्थन के बिना सरकार नहीं बना पाएंगे। प्रियंका गांधी ने महिलाओं से अपनी शक्ति और अपने सम्मान को जानने की अपील करते हुए कहा कि यहां रोजगार के साधन नहीं हैं। महिलाओं के पति काम के कारण बाहर रहते हैं और महिलाओं को यहां गांव में रहकर काम करना पड़ता है।





कार्यक्रम में प्रियंका गांधी ने कहा, 'आप अपनी शक्ति को नहीं पहचानती हैं, लेकिन पार्टियां आपकी शक्ति को समझ रही हैं। इसलिए आपको चुनाव से पहले पैसे दिए जा रहे हैं। हम सबके अलग-अलग संघर्ष हैं।' उन्होंने भरोसा दिया कि हम आपके सम्मान के लिए काम करेंगे। बिहार में महिलाओं को 25 लाख का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा और तीन से पांच डिसमिल जमीन दी जाएगी, जो महिलाओं के नाम पर होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय 10 हजार रुपए देने वालों को सबक सिखाना होगा। भाजपा और नीतीश कुमार की सरकार महिलाओं का सम्मान नहीं कर सकती है। इस सरकार को बदलना होगा। महागठबंधन में बिहार की सभी महिलाओं के लिए प्रति महीने 2,500 रुपए देने का निर्णय लिया गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कार्यक्रम में बिहार की आशा, आंगनवाड़ी, किसान, मजदूर एवं अन्य व्यवसायों से जुड़ी महिलाओं के साथ संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और आश्वासन दिया कि इंडिया गठबंधन की सरकार उनकी समस्याओं का व्यापक समाधान पेश करेगी।





महिला वोटरों पर तेजस्वी की भी नजरवहीं, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को महिलाओं को भरोसा देते हुए कहा कि महागठबंधन की सरकार बनेगी तो सरकार महिलाओं के साथ आर्थिक न्याय करेगी। उन्होंने इस मौके पर 'मां योजना' की शुरुआत करने की भी बात कही। राजद नेता तेजस्वी यादव ने आज पटना में राजद द्वारा आयोजित महिला सशक्तिकरण संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मां का नाम सुनते ही सुकून मिलता है। सुरक्षित लगता है। लोगों के पास आज रोजगार नहीं है। किसी का बेटा, किसी का पति, किसी का भाई दूसरे राज्य में जाकर नौकरी कर रहा है। पूरे घर की जिम्मेदारी हमारी महिलाओं पर आती है।





उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार को नकलची सरकार बताते हुए कहा कि हम लोगों ने माई बहिन मान योजना के तहत जब हम लोगों ने सभी महिलाओं को प्रति महीने 2500 रुपए देने की घोषणा की, तब इन्होंने परिवार की एक महिला को 10 हजार रुपए देने की घोषणा की है। इसके बाद भी चुनाव के बाद समीक्षा करने की बात की है। उन्होंने महिलाओं को भरोसा देते हुए कहा कि हमारी सरकार बनते ही महिलाओं के लिए मां योजना की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सभी महिलाओं को मकान, आमदनी और अन्न उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही सभी को ये तीनों चीजें उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि बिहार की महिलाएं अक्ल में नंबर वन हैं, जबकि बिहार के मुख्यमंत्री नकल में नंबर वन हैं।

इनपुट- एजेंसी

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