पटना: दुलारचंद यादव हत्याकांड में अमित शाह का एक बयान बड़े एक्शन की वजह बना। अमित शाह ने एक अखबार को कहा कि मोकामा में हत्या हुई, यह ठीक नहीं है, गलत हुआ है। कानून कड़ी कार्रवाई करेगा। उनके इस बयान के बाद ही ये तय हो गया कि मोकामा के पूर्व विधायक और जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह किसी भी वक्त गिरफ्तार हो सकते हैं। लेकिन कब, ये टाइमिंग किसी को पता नहीं थी।
रात के 11 बजे के करीब निकले SSP कार्तिकेय शर्मा
रात के करीब पौने 11 बजे के आसपास पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी की कमान खुद संभाली। उनकी टीम में बाढ़-मोकामा के स्थानीय पुलिस अफसरों के अलावा पटना पुलिस की स्पेशल टीम भी थी। भारी फोर्स जब पटना से निकली तो रात का अंधेरा था। पुलिस ने अपनी कार्रवाई के लिए यही वक्त इसलिए चुना कि अचानक धावे के बाद न तो अनंत सिंह के समर्थक हंगामा कर पाएं और न ही दुलारचंद यादव के समर्थकों को अनंत सिंह पर हमला बोलने का कोई मौका मिले। मामला काफी संवेदनशील था इसलिए एसएसपी ने खुद कमान संभाली।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी की पूरी कहानी
पुलिस की टीम ने निकलने से पहले अनंत सिंह के हर मूवमेंट की जानकारी ले ली थी। पुलिस को ये बखूबी पता था कि अनंत सिंह चुनाव प्रचार में निकले हुए हैं। ऐसे में वो कहां रुकेंगे, ये पहले से तय नहीं था। लेकिन शाम होते-होते पुलिस को ये जानकारी मिल गई कि अनंत सिंह बाढ़ में रुकेंगे। इसके बाद रात होते ही पुलिस को बाढ़ के बेढ़ना गांव में अनंत सिंह के रुकने का ठोस इनपुट मिला। इसीलिए पहले से ही तैयार टीम ने रात 11 बजे के आसपास पटना को छोड़ बाढ़ का रुख किया।
क्या हुआ बाढ़ के बेढ़ना में
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने खुद बताया कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी बाढ़ के बेढ़ना गांव से की गई है। दरअसल पुलिस रात के करीब 12 बजे के आसपास बेढ़ना गांव पहुंच गई थी। पटना एसएपी एक या दो दर्जन नहीं बल्कि 150 पुलिस वालों की टीम के साथ बेढ़ना पहुंचे थे। इसके बाद एक्शन अनंत सिंह को पुलिस ने जमीन पर उतार दिया। सारी कार्रवाई को बेहद ही सधे हुए अंदाज में प्लान किया गया था।
पहले अनंत सिंह के घर को घेरा
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा की अगुवाई में 150 पुलिसवालों की टीम ने अनंत सिंह के बाढ़ में बेढ़ना वाले घर को चारों तरफ से घेर लिया। इसके बाद इसी घेराबंदी के बीच से एक टीम के साथ एसएसपी कार्तिकेय शर्मा अनंत सिंह के कमरे तक जा पहुंचे। उन्हें वारंट के साथ जानकारी दी गई और पुलिस को कॉपरेट करने के लिए कहा गया। इसके बाद पुलिस टीम ने अनंत सिंह को हिरासत में लेकर अपने सुरक्षा घेरे के अंदर ले लिया।
काला चश्मा, सफेद शर्ट और जूते में दिखे अनंत सिंह
नीचे वाले वीडियो में देख सकते हैं कि अनंत सिंह अपनी सफेद शर्ट और पैंट के साथ काला चश्मा लगाए पुलिस की घेराबंदी के बीच घर से बाहर निकल रहे हैं। अनंत सिंह ने जूता भी सफेद रंग का ही पहन रखा था। रात के 12 बजे अनंत सिंह इसके बाद पुलिस की हिरासत में आगे बढ़े और घर के बाहर निकलते ही उन्हें पुलिस की गाड़ी में बैठा लिया गया। इसके बाद एसएसपी कार्तिकेय शर्मा अनंत सिंह को टीम के साथ लेकर निकल गए। लेकिन इसी के साथ अनंत सिंह के समर्थक भी अपनी-अपनी गाड़ियों में पुलिस टीम के पीछे चलने लगे।
अनंत सिंह कैसे ले जाए गए अज्ञात जगह पर, जानिए
माना जा रहा है कि रास्ते में ही पुलिस ने अनंत सिंह के समर्थकों को चकमा देते हुए काफिला बाढ़ कोर्ट के बजाए पटना की ओर मोड़ लिया। इसके बाद एसएसपी की अगुवाई में सुरक्षा कारणों से अनंत सिंह को एक अज्ञात जगह पर ले जाकर शिफ्ट कर दिया गया। तय यही हुआ कि अनंत सिंह को सुबह के वक्त कोर्ट में पेश किया जाए।
अमित शाह का बयान बना बड़ी वजह
राजनीतिक एक्सपर्ट मानते हैं कि अमित शाह का बयान अनंत सिंह की गिरफ्तारी के लिए एक पैनिक डोज बना। अब बयान देश के गृहमंत्री ने दिया था। वो नहीं चाहते थे कि चुनाव के दौरान इस तरह की घटनाओं से लॉ एंड ऑर्डर सवालों के घेरे में आए। इसीलिए उनके बयान के महज कुछ घंटों के भीतर ही अनंत सिंह गिरफ्तार कर लिए गए।
रात के 11 बजे के करीब निकले SSP कार्तिकेय शर्मा
रात के करीब पौने 11 बजे के आसपास पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी की कमान खुद संभाली। उनकी टीम में बाढ़-मोकामा के स्थानीय पुलिस अफसरों के अलावा पटना पुलिस की स्पेशल टीम भी थी। भारी फोर्स जब पटना से निकली तो रात का अंधेरा था। पुलिस ने अपनी कार्रवाई के लिए यही वक्त इसलिए चुना कि अचानक धावे के बाद न तो अनंत सिंह के समर्थक हंगामा कर पाएं और न ही दुलारचंद यादव के समर्थकों को अनंत सिंह पर हमला बोलने का कोई मौका मिले। मामला काफी संवेदनशील था इसलिए एसएसपी ने खुद कमान संभाली।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी की पूरी कहानी
पुलिस की टीम ने निकलने से पहले अनंत सिंह के हर मूवमेंट की जानकारी ले ली थी। पुलिस को ये बखूबी पता था कि अनंत सिंह चुनाव प्रचार में निकले हुए हैं। ऐसे में वो कहां रुकेंगे, ये पहले से तय नहीं था। लेकिन शाम होते-होते पुलिस को ये जानकारी मिल गई कि अनंत सिंह बाढ़ में रुकेंगे। इसके बाद रात होते ही पुलिस को बाढ़ के बेढ़ना गांव में अनंत सिंह के रुकने का ठोस इनपुट मिला। इसीलिए पहले से ही तैयार टीम ने रात 11 बजे के आसपास पटना को छोड़ बाढ़ का रुख किया।
क्या हुआ बाढ़ के बेढ़ना में
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने खुद बताया कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी बाढ़ के बेढ़ना गांव से की गई है। दरअसल पुलिस रात के करीब 12 बजे के आसपास बेढ़ना गांव पहुंच गई थी। पटना एसएपी एक या दो दर्जन नहीं बल्कि 150 पुलिस वालों की टीम के साथ बेढ़ना पहुंचे थे। इसके बाद एक्शन अनंत सिंह को पुलिस ने जमीन पर उतार दिया। सारी कार्रवाई को बेहद ही सधे हुए अंदाज में प्लान किया गया था।
पहले अनंत सिंह के घर को घेरा
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा की अगुवाई में 150 पुलिसवालों की टीम ने अनंत सिंह के बाढ़ में बेढ़ना वाले घर को चारों तरफ से घेर लिया। इसके बाद इसी घेराबंदी के बीच से एक टीम के साथ एसएसपी कार्तिकेय शर्मा अनंत सिंह के कमरे तक जा पहुंचे। उन्हें वारंट के साथ जानकारी दी गई और पुलिस को कॉपरेट करने के लिए कहा गया। इसके बाद पुलिस टीम ने अनंत सिंह को हिरासत में लेकर अपने सुरक्षा घेरे के अंदर ले लिया।
काला चश्मा, सफेद शर्ट और जूते में दिखे अनंत सिंह
नीचे वाले वीडियो में देख सकते हैं कि अनंत सिंह अपनी सफेद शर्ट और पैंट के साथ काला चश्मा लगाए पुलिस की घेराबंदी के बीच घर से बाहर निकल रहे हैं। अनंत सिंह ने जूता भी सफेद रंग का ही पहन रखा था। रात के 12 बजे अनंत सिंह इसके बाद पुलिस की हिरासत में आगे बढ़े और घर के बाहर निकलते ही उन्हें पुलिस की गाड़ी में बैठा लिया गया। इसके बाद एसएसपी कार्तिकेय शर्मा अनंत सिंह को टीम के साथ लेकर निकल गए। लेकिन इसी के साथ अनंत सिंह के समर्थक भी अपनी-अपनी गाड़ियों में पुलिस टीम के पीछे चलने लगे।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी का वीडियो, पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने खुद जाकर किया अनंत सिंह को गिरफ्तार#AnantSingh pic.twitter.com/ORC2o5wVzp
— NBT Bihar (@NBTBihar) November 2, 2025
अनंत सिंह कैसे ले जाए गए अज्ञात जगह पर, जानिए
माना जा रहा है कि रास्ते में ही पुलिस ने अनंत सिंह के समर्थकों को चकमा देते हुए काफिला बाढ़ कोर्ट के बजाए पटना की ओर मोड़ लिया। इसके बाद एसएसपी की अगुवाई में सुरक्षा कारणों से अनंत सिंह को एक अज्ञात जगह पर ले जाकर शिफ्ट कर दिया गया। तय यही हुआ कि अनंत सिंह को सुबह के वक्त कोर्ट में पेश किया जाए।
अमित शाह का बयान बना बड़ी वजह
राजनीतिक एक्सपर्ट मानते हैं कि अमित शाह का बयान अनंत सिंह की गिरफ्तारी के लिए एक पैनिक डोज बना। अब बयान देश के गृहमंत्री ने दिया था। वो नहीं चाहते थे कि चुनाव के दौरान इस तरह की घटनाओं से लॉ एंड ऑर्डर सवालों के घेरे में आए। इसीलिए उनके बयान के महज कुछ घंटों के भीतर ही अनंत सिंह गिरफ्तार कर लिए गए।
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