नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ओर से हरियाणा चुनाव में वोटों की हेराफेरी के दावों पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ने अभी से मान लिया है कि बिहार चुनाव में कांग्रेस की लुटिया डूबने वाली है। बिहार में चुनाव हो रहे हैं और राहुल गांधी दिल्ली में फर्जी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। चुनाव बिहार में हो रहे हैं और राहुल गांधी हरियाणा की बातें कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता चल गया है कि बिहार में महागठबंधन हार रहा है और इसलिए उन्होंने बहाने ढूंढने शुरू कर दिए हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'पहले उन्होंने हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया था लेकिन जब वे अपने झूठे दावों को साबित नहीं कर पाए और ईवीएम को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई, तो अब उन्होंने SIR का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया है। राहुल गांधी घुसपैठियों को बचाना चाहते हैं इसीलिए चुनाव से ठीक पहले वे ऐसे फर्जी दावे करते रहते हैं... अगर उन्हें लगता है कि उनके आरोप सच हैं, तो वे शपथपत्र क्यों नहीं देते? वे अदालत क्यों नहीं जाते?... इनका एकमात्र मकसद देश को बदनाम करना, युवाओं को भड़काना और देश में अराजकता का वातावरण पैदा करना है...लेकिन देश के युवा सच्चाई को जानते हैं और वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैं, वो देश के विकास के साथ हैं...'
राहुल गांधी के दावों पर नड्डा ने कहा, 'एक तरफ राहुल गांधी हैं, जो देश, इसके लोकतंत्र और देश के संविधान को बदनाम करने में व्यस्त हैं। दूसरी तरफ हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जो दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में व्यस्त हैं। वह भारत, बिहार को एक विकसित देश बनाने में व्यस्त हैं। 11 वर्षों में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 250 मिलियन लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया है...'
राहुल गांधी ने क्या आरोप लगाए? राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि 'वोट चोरी' सिर्फ आलंद और महादेवपुरा जैसे निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर है, जिसका एकमात्र उद्देश्य सत्तारूढ़ भाजपा को फायदा पहुंचाना है। हरियाणा का उदाहरण देते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'सारे एक्जिट पोल हरियाणा में कांग्रेस की एकतरफा जीत दिखा रहे थे। सभी का कहना था कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही है, लेकिन नतीजा बिल्कुल दूसरा आया। ऐसा पहली बार हुआ कि पोस्टल बैलेट के नतीजे और चुनाव के नतीजे अलग थे। हमें पता चला कि 'ऑपरेशन सरकार चोरी' चल रही है। कांग्रेस पार्टी हरियाणा चुनाव करीब 22 हजार वोट से हारी थी। वहीं, कांग्रेस और भाजपा के बीच कुल 1.18 लाख वोटों का अंतर रहा।'
राहुल का बड़ा दावा उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में पांच तरीके की 'वोट चोरी' है, जिसमें डुप्लीकेट वोटर, इनवैलिड एड्रेस, बल्क वोटर, फॉर्म-6 और फॉर्म-7 का दुरुपयोग शामिल है। राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि फॉर्म 6 और फॉर्म 7, जिनसे वोटरों को जोड़ा और घटाया जाता है, महादेवापुरा और आलंद के बाद चुनाव आयोग ने इसका डेटा देना बंद कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा, 'पहले उन्होंने हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया था लेकिन जब वे अपने झूठे दावों को साबित नहीं कर पाए और ईवीएम को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई, तो अब उन्होंने SIR का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया है। राहुल गांधी घुसपैठियों को बचाना चाहते हैं इसीलिए चुनाव से ठीक पहले वे ऐसे फर्जी दावे करते रहते हैं... अगर उन्हें लगता है कि उनके आरोप सच हैं, तो वे शपथपत्र क्यों नहीं देते? वे अदालत क्यों नहीं जाते?... इनका एकमात्र मकसद देश को बदनाम करना, युवाओं को भड़काना और देश में अराजकता का वातावरण पैदा करना है...लेकिन देश के युवा सच्चाई को जानते हैं और वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैं, वो देश के विकास के साथ हैं...'
#WATCH | On Lok Sabha LoP Rahul Gandhi's claims of vote rigging in Haryana elections, BJP National President Jagat Prakash Nadda says, "... The Election Commission repeatedly summons him to prove his allegations. But no, if he doesn't want to go. He won't present his case before… https://t.co/kJXHjJiWlW pic.twitter.com/BBSbw2zoBC
— ANI (@ANI) November 5, 2025
राहुल गांधी के दावों पर नड्डा ने कहा, 'एक तरफ राहुल गांधी हैं, जो देश, इसके लोकतंत्र और देश के संविधान को बदनाम करने में व्यस्त हैं। दूसरी तरफ हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जो दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में व्यस्त हैं। वह भारत, बिहार को एक विकसित देश बनाने में व्यस्त हैं। 11 वर्षों में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 250 मिलियन लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया है...'
राहुल गांधी ने क्या आरोप लगाए? राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि 'वोट चोरी' सिर्फ आलंद और महादेवपुरा जैसे निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर है, जिसका एकमात्र उद्देश्य सत्तारूढ़ भाजपा को फायदा पहुंचाना है। हरियाणा का उदाहरण देते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'सारे एक्जिट पोल हरियाणा में कांग्रेस की एकतरफा जीत दिखा रहे थे। सभी का कहना था कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही है, लेकिन नतीजा बिल्कुल दूसरा आया। ऐसा पहली बार हुआ कि पोस्टल बैलेट के नतीजे और चुनाव के नतीजे अलग थे। हमें पता चला कि 'ऑपरेशन सरकार चोरी' चल रही है। कांग्रेस पार्टी हरियाणा चुनाव करीब 22 हजार वोट से हारी थी। वहीं, कांग्रेस और भाजपा के बीच कुल 1.18 लाख वोटों का अंतर रहा।'
राहुल का बड़ा दावा उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में पांच तरीके की 'वोट चोरी' है, जिसमें डुप्लीकेट वोटर, इनवैलिड एड्रेस, बल्क वोटर, फॉर्म-6 और फॉर्म-7 का दुरुपयोग शामिल है। राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि फॉर्म 6 और फॉर्म 7, जिनसे वोटरों को जोड़ा और घटाया जाता है, महादेवापुरा और आलंद के बाद चुनाव आयोग ने इसका डेटा देना बंद कर दिया है।
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