बॉबी देओल अपने करियर की दूसरी पारी में जबरदस्त नजर आ रहे हैं। 'आश्रम' से हुई शुरुआत के बाद 'एनिमल' और फिर हालिया रिलीज 'द बैड्स ऑफ बॉलीवुड' में अपनी शानदार एक्टिंग से उन्होंने अपने फैन्स का दिल गदगद कर दिया है। बॉबी को एक बार वही स्टारडम फिर से मिल रहा जो उन्हें करियर की शुरुआत में मिला। अपनी इस सफलता पर वो बेहद खुश हैं। बॉबी ने हाल ही में एक बातचीत में बताया कि काफी बड़े होने तक भी वो इंडिपेंडेंट नहीं रहे। उन्होंने बताया कि किडनैपर रंगा बिल्ला की तरफ से आई धमकी की वजह से उन्हें बचपन में घर से कभी बाहर नहीं निकलने दिया था।
बॉबी देओल ने कहा, 'मैं अपने मां-पापा का चौथा बच्चा था। मेरे और मेरे भाई के बीच में दो बहनें थीं। पापा बहुत बिज़ी थी, इतना काम करते थे कि वो सोते भी सेट्स पर ही थे। घर आते ही नहीं थे। जब मैं पैदा हुआ तो उन्होंने रियलाइज किया कि मैंने बाकी बच्चों के साथ टाइम स्पेंड नहीं किया है। तो वो अपने साथ मुझे हर जगह ले जाने की कोशिश किया करते थे। उनके साथ रहकर मैंने प्यार और केयरिंग को समझा। मुझे ऐसा लगता था, मेरे पापा, मेरे हीरो, लोग इतना इनको प्यार करते हैं। लोग उनको गले मिलना चाहते हैं, लोग उनके पैर छूना चाहते हैं। लोग उन्हें इतना रिस्पेक्ट देते थे। ये बड़ी वजह थी कि मैं वाकई एक्टर बनना चाहता था।'
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बॉबी बोले- मुझे लगता था मैं दुनिया को फेस नहीं कर सकता
इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि पैरेंट्स के साथ कुछ चीजों को लेकर डिसअग्रीमेंट भी रहा। उन्होंने कहा, 'मुझे काफी वक्त लग गया इंडिपेंडेंट होने में, तब जब मैं काम करने लगा। मैं इमोशनली डिपेंडेंड था हमेशा। मुझे लगता था मैं दुनिया को फेस नहीं कर सकता। मुझे ये लगता था कि बाहर जितने भी लोग हैं वो बहुत अच्छे हैं। ऐसे रखा उन्होंने मुझे कि स्कूल से घर आओ, बस खत्म। बस घर पर रहो।'
बोले- साइकिल भी चलाना मैंने घर के अंदर ही सीखा
बॉबी ने राज शमानी से बातचीत में कहा, 'मुझे घर से बाहर जाने की इजाजत नहीं थी। मुझे नहीं पता, मेरे डैड बहुत प्रोटेक्टिव थे। साइकिल भी मैं घर के अंदर चलाना सीखा। मुझे साइकलिंग के लिए भी घर के बाहर जाना अलाउड नहीं था।' इसके पीछे एक बड़ी वजह थी, जो उन्होंने सुनाई।
बॉबी ने कहा- छठी में मेरा एक फ्रेंड था, वो किडनैप हो गया
बॉबी ने कहा, 'मैं छठी क्लास में था, आपने बिल्ला रंगा के बारे में सुना होगा, दो अपराधी जिसने अपहरण और मर्डर किया था जो बहुत ही दुखद था। उनके किरदार की कहानी वेब सीरीज ब्लैक वॉरंट में दिखाई भी गई है। तो मैं छठी क्लास में था और मेरा एक फ्रेंड था, वो किडनैप हो गया था। लेकिन वो लकी था, उसको पान की दुकान पर छोड़कर भाग गया। पानवाले ने देखा कि ये बच्चा अच्छे गर का दिखता है, उसका अड्रेस पता किया और उसको लेकर गया घर पर।'
बॉबी ने कहा- मुझे कहीं जाना अलाउड नहीं था
उन्होंने आगे कहा, 'फिर पुलिस आई मेरे घर पर। मेरे पापा को वो बोलने लगे कि वो बच्चा बच गया लेकिन बिल्ला-रंगा ने पूछा था कि इसके स्कूल में और कौन-कौन है। तो उसने आपके बेटे का नाम लिया... तो आप थोड़ा ध्यान रखना। और जैसे ही उसने बोला...तब मैं छठी क्लास में था, बस मैं स्कूल से आकर घर पर ही रहता था, मुझे कहीं जाना अलाउड नहीं था। मैं कॉलेज में गया तो जो छोटी-छोटी पार्टीज़ जो होने लगती है, किसी दोस्त या दोस्त के दोस्त के घर पर पार्टीज़ होती, लेकिन मुझे परमिशन नहीं थी। ये एक वजह थी जिसके कारण पापा इतने स्ट्रिक्ट थे। जब बिल्ला-रंगा पकड़े गए और उन्हें फांसी हुई तो उसके बाद भी वो स्ट्रिक्ट रूल्स थे। मेरा दोस्त जिसको किडनैप किया था वो पार्टीज़ कर रहा था और मैं घर में।'
कभी पापा की गाड़ी लेकर दोस्त के घर जाते तो फोन आ जाता
उन्होंने कहा, 'कभी पापा की गाड़ी लेकर चला गया तो मेरे दोस्त के घर फोन आ जाता था कि चलो आ जाओ। कभी-कभी घर से गाड़ी आती थी कि बड़े साहब पूछ रहे कि कहां हो, घर आ जाओ। वो बड़े साहब नहीं पूछ रहे थे, मम्मी पूछा करती थीं। मां कहतीं- पापा के पास बैठो जाकर, उनको कुछ पता नहीं है। तो मैं कहता कि मां फिर डराते क्यों हो।'
दो साल के थे बॉबी देओल, जब फर्स्ट फ्लोर से नीचे जा गिरे
इसके अलावा बॉबी ने एक और किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया, 'मैं तब 2 साल का था को पहली मंजिल से गिर गया था। मैं तब अकेला घर पर था। मेरी मां, मेरी बुआ सभी लोग लीडो सिनेमा गए थे, वो अब पीवीआर बन गया। तो सब वहां पापा की फिल्म देखने गए थे और मैं फर्स्ट फ्लोर से गिर गया। इसके बाद पता नहीं क्या हुआ, वो मुझे लेकर ओवरप्रोटेक्टिव हो गए। ये भी एक रीजन था, मेरी फैमिली उसके बाद कभी लीडो सिनेमा नहीं गई।' उन्होंने कहा, 'मुझे दो प्रोटेक्टिव मैन मिले, मेरे पापा और मेरा भाई।'
बॉबी देओल ने कहा, 'मैं अपने मां-पापा का चौथा बच्चा था। मेरे और मेरे भाई के बीच में दो बहनें थीं। पापा बहुत बिज़ी थी, इतना काम करते थे कि वो सोते भी सेट्स पर ही थे। घर आते ही नहीं थे। जब मैं पैदा हुआ तो उन्होंने रियलाइज किया कि मैंने बाकी बच्चों के साथ टाइम स्पेंड नहीं किया है। तो वो अपने साथ मुझे हर जगह ले जाने की कोशिश किया करते थे। उनके साथ रहकर मैंने प्यार और केयरिंग को समझा। मुझे ऐसा लगता था, मेरे पापा, मेरे हीरो, लोग इतना इनको प्यार करते हैं। लोग उनको गले मिलना चाहते हैं, लोग उनके पैर छूना चाहते हैं। लोग उन्हें इतना रिस्पेक्ट देते थे। ये बड़ी वजह थी कि मैं वाकई एक्टर बनना चाहता था।'
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बॉबी बोले- मुझे लगता था मैं दुनिया को फेस नहीं कर सकता
इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि पैरेंट्स के साथ कुछ चीजों को लेकर डिसअग्रीमेंट भी रहा। उन्होंने कहा, 'मुझे काफी वक्त लग गया इंडिपेंडेंट होने में, तब जब मैं काम करने लगा। मैं इमोशनली डिपेंडेंड था हमेशा। मुझे लगता था मैं दुनिया को फेस नहीं कर सकता। मुझे ये लगता था कि बाहर जितने भी लोग हैं वो बहुत अच्छे हैं। ऐसे रखा उन्होंने मुझे कि स्कूल से घर आओ, बस खत्म। बस घर पर रहो।'

बोले- साइकिल भी चलाना मैंने घर के अंदर ही सीखा
बॉबी ने राज शमानी से बातचीत में कहा, 'मुझे घर से बाहर जाने की इजाजत नहीं थी। मुझे नहीं पता, मेरे डैड बहुत प्रोटेक्टिव थे। साइकिल भी मैं घर के अंदर चलाना सीखा। मुझे साइकलिंग के लिए भी घर के बाहर जाना अलाउड नहीं था।' इसके पीछे एक बड़ी वजह थी, जो उन्होंने सुनाई।
बॉबी ने कहा- छठी में मेरा एक फ्रेंड था, वो किडनैप हो गया
बॉबी ने कहा, 'मैं छठी क्लास में था, आपने बिल्ला रंगा के बारे में सुना होगा, दो अपराधी जिसने अपहरण और मर्डर किया था जो बहुत ही दुखद था। उनके किरदार की कहानी वेब सीरीज ब्लैक वॉरंट में दिखाई भी गई है। तो मैं छठी क्लास में था और मेरा एक फ्रेंड था, वो किडनैप हो गया था। लेकिन वो लकी था, उसको पान की दुकान पर छोड़कर भाग गया। पानवाले ने देखा कि ये बच्चा अच्छे गर का दिखता है, उसका अड्रेस पता किया और उसको लेकर गया घर पर।'
बॉबी ने कहा- मुझे कहीं जाना अलाउड नहीं था
उन्होंने आगे कहा, 'फिर पुलिस आई मेरे घर पर। मेरे पापा को वो बोलने लगे कि वो बच्चा बच गया लेकिन बिल्ला-रंगा ने पूछा था कि इसके स्कूल में और कौन-कौन है। तो उसने आपके बेटे का नाम लिया... तो आप थोड़ा ध्यान रखना। और जैसे ही उसने बोला...तब मैं छठी क्लास में था, बस मैं स्कूल से आकर घर पर ही रहता था, मुझे कहीं जाना अलाउड नहीं था। मैं कॉलेज में गया तो जो छोटी-छोटी पार्टीज़ जो होने लगती है, किसी दोस्त या दोस्त के दोस्त के घर पर पार्टीज़ होती, लेकिन मुझे परमिशन नहीं थी। ये एक वजह थी जिसके कारण पापा इतने स्ट्रिक्ट थे। जब बिल्ला-रंगा पकड़े गए और उन्हें फांसी हुई तो उसके बाद भी वो स्ट्रिक्ट रूल्स थे। मेरा दोस्त जिसको किडनैप किया था वो पार्टीज़ कर रहा था और मैं घर में।'
कभी पापा की गाड़ी लेकर दोस्त के घर जाते तो फोन आ जाता
उन्होंने कहा, 'कभी पापा की गाड़ी लेकर चला गया तो मेरे दोस्त के घर फोन आ जाता था कि चलो आ जाओ। कभी-कभी घर से गाड़ी आती थी कि बड़े साहब पूछ रहे कि कहां हो, घर आ जाओ। वो बड़े साहब नहीं पूछ रहे थे, मम्मी पूछा करती थीं। मां कहतीं- पापा के पास बैठो जाकर, उनको कुछ पता नहीं है। तो मैं कहता कि मां फिर डराते क्यों हो।'
दो साल के थे बॉबी देओल, जब फर्स्ट फ्लोर से नीचे जा गिरे
इसके अलावा बॉबी ने एक और किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया, 'मैं तब 2 साल का था को पहली मंजिल से गिर गया था। मैं तब अकेला घर पर था। मेरी मां, मेरी बुआ सभी लोग लीडो सिनेमा गए थे, वो अब पीवीआर बन गया। तो सब वहां पापा की फिल्म देखने गए थे और मैं फर्स्ट फ्लोर से गिर गया। इसके बाद पता नहीं क्या हुआ, वो मुझे लेकर ओवरप्रोटेक्टिव हो गए। ये भी एक रीजन था, मेरी फैमिली उसके बाद कभी लीडो सिनेमा नहीं गई।' उन्होंने कहा, 'मुझे दो प्रोटेक्टिव मैन मिले, मेरे पापा और मेरा भाई।'
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