देखने वालों ने जब वीडियो को देखा तो उनका गुस्सा फूट पड़ा, किसी ने कहा ‘’कैसे इसे यहां ये रील बनाने की अनुमति दे दी गई, तो किसी ने कहा ऐसे लोगों को हमेशा के लिए बैन कर देना चाहिए, तो एक यूजर ने कहा कि जन्नत में आने वाले लोग पाप कर रहे हैं’’. अभी फिलहाल एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। अगर आप भी केदारनाथ धाम जा रहे हैं, तो इस तरह की गलती बिल्कुल ना करें और जान लें आखिर ऐसा करने पर आप पर क्या जुर्माना लगाया जा सकता है।
मंदिर समिति के आदेश हालांकि रील पर बैन की खबर कुछ दिनों पहले ही आ गई थी, ऐसे में यहां आने वाले भक्त अगर ऐसे काम करते हुए देखे जाते हैं, तो उनपर सख्त से सख्त कारवाई हो सकती है। बता दें, आप मंदिर से 30 मीटर के दायरे में मोबाइल और कैमरे का इस्तेमाल नहीं कर सकते, ये सब यहां पूरी तरह से प्रतिबंधित है। वहीं, किसी भी यात्री को सोशल मिडिया से जुड़े उपकरण ले जाने की अनुमति नहीं है।
ये #Kedarnathdham का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल है। धार्मिक स्थल जो कि उच्च हिमालय क्षेत्र में हैं वहां पर इस तरीके का शोर शराबा और डांस की इजाजत कौन दे रहा है?@DmRudraprayag @RudraprayagPol ऐसे कृत्य करने वालों पर सख्त कार्यवाही हो ताकि धार्मिक स्थल की मर्यादा बनी रहे। pic.twitter.com/8W81sWQpTU
— Deep Prakash Pant (@deeppant2) May 5, 2025
समिति ने कह दिया है साफ
साथ ही मंदिर समिति ने ये भी साफ कह दिया है कि नियमों का उल्लंघन करते पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही परिसर में सुरक्षा के नजरिए से पुलिस और आईटीबीपी के जवानों के साथ-साथ मंदिर के कर्मचारी भी तैनात होंगे। सुरक्षा के मद्देनजर पूरे क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, ताकि कोई भी नियम को ना तोड़ पाए।
पकड़े जाने पर होगी कार्रवाई

मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी ने ये साफ कर दिया है कि मंदिर परिसर में मोबाइल और कैमरे के साथ रील बनाने की अनुमति नहीं है और ऐसा करते पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही उनका कहना है मंदिर की गरिमा को बनाए रखना हर भक्त के लिए जरूरी है। बीते साल मंदिर परिसर में बनाए गए रील के कारण मंदिर की छवि को काफी नुकसान पहुंचा था। जिस वजह से ये कदम उठाया गया है।
केदारनाथ के लिए कैसे रजिस्टर करें और कैसे पहुंचे यहां
केदारनाथ यात्रा के लिए उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट (https://registrationandtouristcare.uk.gov.in) पर रजिस्ट्रेशन जरूरी है। यात्रा के लिए पहले ऋषिकेश या हरिद्वार पहुंचे, फिर सोनप्रयाग तक बस या टैक्सी लें। सोनप्रयाग से गौरीकुंड और वहां से 16 किमी की पैदल यात्रा कर केदारनाथ पहुंचा जा सकता है। यात्रा के दौरान पहचान पत्र और पंजीकरण स्लिप साथ रखें।
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