Study Abroad News: भारतीय छात्र विदेश में पढ़ने क्यों जाते हैं? आमतौर पर लोगों को लगता है कि स्टूडेंट्स विदेश में बसने के मकसद से पढ़ाई के लिए देश छोड़ते हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें लगता है कि स्टूडेंट्स सिर्फ विदेशी डिग्री हासिल करना चाहते हैं, जिसके चलते वे भारत छोड़कर चले जाते हैं। हालांकि, अब इस सवाल का सही जवाब मिल गया है। इंटरनेशनल एजुकेशन स्पेशलिस्ट IDP एजुकेशन ने मार्च 2025 में एक सर्व किया, जिसके नतीजों में भारतीय छात्रों से जुड़े कई सवालों के जवाब हैं। सर्वे के मुताबिक, भारतीय छात्रों के लिए विदेश में पढ़ाई करने की सबसे बड़ी वजह बेहतर करियर के अवसर हैं। ये दिखाता है कि भारतीय अपने देश में करियर के अवसर को लेकर आश्वस्त नहीं हैं, जिस वजह से मजबूरन उन्हें विदेश का रुख करना पड़ रहा है। विदेश में पढ़ने के लिए वे लाखों रुपये खर्च भी कर रहे हैं। 'इमर्जिंग फ्यूचर्स सेवन-वॉइस ऑफ द इंटरनेशनल स्टूडेंट' नाम के इस रिसर्च में 106 से ज्यादा देशों के 6,000 से ज्यादा छात्रों से बात की गई। इनमें भारत के लगभग 1,400 छात्र शामिल थे। IDP सर्वे में क्या सामने आया?सर्वे में पाया गया कि 77% भारतीय छात्र बेहतर नौकरी और ज्यादा कमाई के लिए विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं। इसका मतलब है कि वे अपने करियर को आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसमें बताया गया कि 70% भारतीय छात्रों ने कहा कि वे किस कॉलेज में पढ़ेंगे, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वहां नौकरी के लिए ट्रेनिंग की सुविधा है या नहीं। कॉलेज चुनते समय, 69% भारतीय छात्रों के लिए 'कॉलेज से नौकरी मिलने की संभावना' सबसे जरूरी चीज थी। यह औसत से 9% ज्यादा है। पढ़ाई करने वाले देश में रहना चाहते हैं छात्रIDP एजुकेशन के चीफ पार्टनर ऑफिसर साइमन एम्मेट ने कहा, "हम जानते हैं कि विदेशी छात्र पढ़ाई के लिए ऐसी जगह चुनते हैं जहां उन्हें नौकरी मिलने में मदद मिले। पोस्ट-स्टडी एम्प्लॉयमेंट वीजा भी एक जरूरी चीज है। भारत से बाहर जाने वाले छात्र भी यही चाहते हैं।"उन्होंने आगे कहा, "हम यह भी देख रहे हैं कि विदेशी छात्र उन देशों में जरूरी स्किल्स की कमी को पूरा कर रहे हैं जहां वे पढ़ने जाते हैं। यह बात भारतीय छात्रों के लिए ज्यादा सच है। लगभग आधे (45%) मौजूदा छात्र और 43% भावी छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उसी देश में काम करना चाहते हैं जहां वे पढ़ रहे हैं।"
You may also like
'फिट इंडिया सन्डे ऑन साइकिल' में शिक्षकों संग पैडल मारेंगे खेल मंत्री मनसुख मांडविया
एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत ने अफ्रीका एवेन्यू में जलभराव का किया निरीक्षण
Lamborghini Temerario vs Huracan: What's Improved in the New Plug-In Hybrid Supercar
हिरालाल दास बने कृषि इम्फाल केकृविवि प्रबंधन बोर्ड के सदस्य
हाथी का उत्पात चार दिनों से जारी, लोगों में खौफ