बीड: महाराष्ट्र के सतारा में एक महिला डॉक्टर की आत्महत्या के बाद अब स्वास्थ्य और पुलिस व्यवस्था पर कई सवालिया निशान लग रहे हैं। वरिष्ठों के दबाव और एक पुलिस अधिकारी की प्रताड़ना के चलते फलटण के उपजिला अस्पताल की एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। बताया गया है कि उन्होंने इस मामले में पुलिस उपाधीक्षक ( DSP) के पास शिकायत भी दर्ज कराई है। अब राज्य के पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे ( Dhananjay Munde ) ने एसआईटी जांच की मांग की है।
धनंजय मुंडे ने क्या कहा?
धनंजय मुंडे ने कहा कि सतारा जिले के फलटण में सेवारत और मूल रूप से बीड जिले के वडवनी तालुका की रहने वाली महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उस डॉक्टर बहन को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। उनके असामयिक निधन से परिवार के दुख में मैं भी शामिल हूं। इस घटना के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए और अगर बीड की होने के कारण उनके वरिष्ठों द्वारा की गई शिकायतों को नजरअंदाज किया गया है, तो यह बेहद गंभीर है। इस पूरे मामले की जांच के लिए एक अलग एसआईटी गठित की जाए और मामले की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। मैं शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखूंगा।
असली मामला क्या है?
महाराष्ट्र के सातारा जिले में एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत महिला डॉक्टर ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि महिला डॉक्टर ने अपनी हथेली पर एक ‘सुसाइड नोट’ छोड़ा है, जिसमें उसने एक पुलिसकर्मी पर बलात्कार और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बीड जिले से ताल्लुक रखने वाली 28 वर्षीय महिला डॉक्टर फलटण तहसील के एक सरकारी अस्पताल में काम करती थी। उन्होंने बताया कि महिला डॉक्टर का शव गुरुवार देर रात फलटण में एक होटल के कमरे में फंदे से लटका मिला।
पुलिस इंस्पेक्टर पर रेप के आरोप
पुलिस ने बताया कि ‘सुसाइड नोट’ में महिला डॉक्टर ने लिखा है कि सब इंस्पेक्टर गोपाल बदाने ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया, जबकि पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बांकर ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। पुलिस ने कहा कि बदाने और बांकर के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
धनंजय मुंडे ने क्या कहा?
धनंजय मुंडे ने कहा कि सतारा जिले के फलटण में सेवारत और मूल रूप से बीड जिले के वडवनी तालुका की रहने वाली महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उस डॉक्टर बहन को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। उनके असामयिक निधन से परिवार के दुख में मैं भी शामिल हूं। इस घटना के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए और अगर बीड की होने के कारण उनके वरिष्ठों द्वारा की गई शिकायतों को नजरअंदाज किया गया है, तो यह बेहद गंभीर है। इस पूरे मामले की जांच के लिए एक अलग एसआईटी गठित की जाए और मामले की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। मैं शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखूंगा।
असली मामला क्या है?
महाराष्ट्र के सातारा जिले में एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत महिला डॉक्टर ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि महिला डॉक्टर ने अपनी हथेली पर एक ‘सुसाइड नोट’ छोड़ा है, जिसमें उसने एक पुलिसकर्मी पर बलात्कार और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बीड जिले से ताल्लुक रखने वाली 28 वर्षीय महिला डॉक्टर फलटण तहसील के एक सरकारी अस्पताल में काम करती थी। उन्होंने बताया कि महिला डॉक्टर का शव गुरुवार देर रात फलटण में एक होटल के कमरे में फंदे से लटका मिला।
पुलिस इंस्पेक्टर पर रेप के आरोप
पुलिस ने बताया कि ‘सुसाइड नोट’ में महिला डॉक्टर ने लिखा है कि सब इंस्पेक्टर गोपाल बदाने ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया, जबकि पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बांकर ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। पुलिस ने कहा कि बदाने और बांकर के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
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