नई दिल्ली: दिल्ली कैंट में सेना के आर्मी इक्वेस्ट्रियन सेंटर में एक मीडिया बातचीत में इंटरनेशनल पोलो कप की ट्रॉफी को शानदार तरीके से दिखाया गया। यह बहुत खास कार्यक्रम भारत और अर्जेंटीना की बेहतरीन पोलो टीमों के बीच होने वाले रोमांचक मुकाबले की आधिकारिक शुरुआत थी। भारतीय दर्शकों के लिए यह खेल शायद नया हो, लेकिन देश को अपनी टीम से अच्छे प्रदर्शन की पूरी उम्मीद है।
ट्रॉफी का जलवा और खास मेहमान
ट्रॉफी दिखाने के कार्यक्रम का सबसे खास आकर्षण इंटरनेशनल पोलो कप की चमचमाती ट्रॉफी थी। यह ट्रॉफी दोनों देशों की एक जैसी पुरानी पहचान, खेल भावना और किंग्स ऑफ स्पोर्ट्स के प्रति पक्के और गहरे प्यार का प्रतीक है। इस मौके पर कई बड़े और सम्मानित लोगों और मीडिया के लोगों ने हिस्सा लिया, जिसका लंबे समय से इंतजार था, उस टूर्नामेंट का माहौल और भी जबरदस्त हो गया।
दोनों टीमों के बड़े खिलाड़ी
भारतीय टीम में सिमरन शेरगिल, शमशीर अली, सवाई पद्मनाभ सिंह और सिद्धांत शर्मा जैसे महान खिलाड़ी शामिल हैं। उनका मुकाबला जुआन ऑगस्टिन गार्सिया ग्रॉसी, सल्वाडोर जुरेटचे, मटियास बॉतिस्ता एस्पासंडिन और निकोलस जॉर्ज कोर्टि मदेरना जैसे सितारों से सजी अर्जेंटीना टीम से होगा। दोनों टीमों की बेहतरीन खिलाड़ियों की सूची एक गहरा, योजना भरा (रणनीतिक) और बहुत ऊंचे दर्जे की घुड़सवारी कला से भरपूर मुकाबले का भरोसा दिलाती है।
पोलो और सोच का मेल
इस अवसर पर कोग्निवेरा आईटी सॉल्यूशंस के एमडी और सीईओ, कमलेश शर्मा, ने पोलो खेल और उनकी कंपनी के सोच/नज़रिया (दर्शन) के बीच एक जैसी बातों पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, 'पोलो सिर्फ गोल करने से कहीं ज्यादा है; यह आपस में मेल, सही तालमेल और एक जैसे लक्ष्य के बारे में है... यह कप अलग-अलग देशों, उनकी परंपराओं और श्रेष्ठता के प्रति एक जैसे प्यार को एक साथ लाता है।'
भारत की बढ़ती जगह
इस दो देशों के कार्यक्रम ने दुनिया भर के पोलो खेलों में भारत की जगह को और पक्का करने की बात भी बताई। अब, ट्रॉफी दिखाने और टीमों के आधिकारिक तौर पर पहचान कराने के बाद, सारा ध्यान आने वाले मुख्य मुकाबले पर है। उम्मीद है कि यह खेल खिलाड़ियों की कला का एक न भूलने वाला/यादगार प्रदर्शन होगा।
ट्रॉफी का जलवा और खास मेहमान
ट्रॉफी दिखाने के कार्यक्रम का सबसे खास आकर्षण इंटरनेशनल पोलो कप की चमचमाती ट्रॉफी थी। यह ट्रॉफी दोनों देशों की एक जैसी पुरानी पहचान, खेल भावना और किंग्स ऑफ स्पोर्ट्स के प्रति पक्के और गहरे प्यार का प्रतीक है। इस मौके पर कई बड़े और सम्मानित लोगों और मीडिया के लोगों ने हिस्सा लिया, जिसका लंबे समय से इंतजार था, उस टूर्नामेंट का माहौल और भी जबरदस्त हो गया।
दोनों टीमों के बड़े खिलाड़ी
भारतीय टीम में सिमरन शेरगिल, शमशीर अली, सवाई पद्मनाभ सिंह और सिद्धांत शर्मा जैसे महान खिलाड़ी शामिल हैं। उनका मुकाबला जुआन ऑगस्टिन गार्सिया ग्रॉसी, सल्वाडोर जुरेटचे, मटियास बॉतिस्ता एस्पासंडिन और निकोलस जॉर्ज कोर्टि मदेरना जैसे सितारों से सजी अर्जेंटीना टीम से होगा। दोनों टीमों की बेहतरीन खिलाड़ियों की सूची एक गहरा, योजना भरा (रणनीतिक) और बहुत ऊंचे दर्जे की घुड़सवारी कला से भरपूर मुकाबले का भरोसा दिलाती है।
पोलो और सोच का मेल
इस अवसर पर कोग्निवेरा आईटी सॉल्यूशंस के एमडी और सीईओ, कमलेश शर्मा, ने पोलो खेल और उनकी कंपनी के सोच/नज़रिया (दर्शन) के बीच एक जैसी बातों पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, 'पोलो सिर्फ गोल करने से कहीं ज्यादा है; यह आपस में मेल, सही तालमेल और एक जैसे लक्ष्य के बारे में है... यह कप अलग-अलग देशों, उनकी परंपराओं और श्रेष्ठता के प्रति एक जैसे प्यार को एक साथ लाता है।'
भारत की बढ़ती जगह
इस दो देशों के कार्यक्रम ने दुनिया भर के पोलो खेलों में भारत की जगह को और पक्का करने की बात भी बताई। अब, ट्रॉफी दिखाने और टीमों के आधिकारिक तौर पर पहचान कराने के बाद, सारा ध्यान आने वाले मुख्य मुकाबले पर है। उम्मीद है कि यह खेल खिलाड़ियों की कला का एक न भूलने वाला/यादगार प्रदर्शन होगा।
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