पटना: भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के दौरान शहीद हुए बिहार के जवान राम बाबू का पार्थिव शरीर बुधवार, 14 मई 2025 को पटना लाया गया। लेकिन एयरपोर्ट पर सरकार की ओर से कोई मंत्री श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा। इस लापरवाही पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े किए। इस पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने सफाई देते हुए कहा कि जानकारी के अभाव में कई बार लोग श्रद्धांजलि देने नहीं जा पाते हैं। विजय सिन्हा का जवाब- 'सूचना नहीं मिली थी'डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए सफाई दी कि शव यात्रा के पटना आने की सूचना उन्हें नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा, 'अगर हमें जानकारी दी जाती, तो हम अवश्य वहां मौजूद रहते। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं शहीदों के परिवारों से मिलने जाते हैं। सरकार सीमा प्रहरियों के साथ मजबूती से खड़ी है।'विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा, 'कोरोना काल, बाढ़ और विधानसभा सत्र के समय जो नेता अनुपस्थित रहते हैं, वे हमें नसीहत न दें।' उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तेजस्वी चार्टर्ड प्लेन में जन्मदिन मनाते हैं और संवेदनशील विषयों पर केवल राजनीति करते हैं। बिहार के 4 जवान हुए शहीदबता दें, ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पार से हुई गोलीबारी में बिहार के चार जवान शहीद हुए हैं- नवादा के मनीष कुमार, सीवान के राम बाबू, नालंदा के सिकंदर राउत, और छपरा के बीएसएफ जवान मोहम्मद इम्तियाज। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने इन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी वीरता को नमन किया।
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