बलरामपुर, 8 अक्टूबर . छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में केंद्र Government की Prime Minister सूर्यघर योजना अब आम लोगों के जीवन में नई ऊर्जा और आशा का संचार कर रही है. यह योजना घर-घर सौर ऊर्जा पहुंचाकर बिजली बिल के बोझ से राहत देने और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम साबित हो रही है. जिले में लगातार बढ़ती जागरूकता और प्रशासनिक प्रयासों से यह योजना जन-जन तक पहुंच रही है.
नगरपालिका बलरामपुर के वार्ड क्रमांक 15 निवासी रोहित गुप्ता इस योजना के शानदार उदाहरण हैं. उन्होंने Prime Minister सूर्यघर योजना के तहत अपने घर की छत पर तीन किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल स्थापित किया है. पहले जहां उनके घर का बिजली बिल गर्मी के मौसम में बहुत अधिक आता था, वहीं अब वे सौर ऊर्जा से बिजली की जरूरतें पूरी कर रहे हैं. इससे न केवल उन्हें आर्थिक लाभ हुआ है, बल्कि मानसिक सुकून भी मिला है.
रोहित ने से खास बातचीत के दौरान बताया कि बिजली विभाग ने सूर्यघर योजना की जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने तुरंत आवेदन किया. योजना के तहत उन्हें केंद्र Government से 78 हजार रुपए और राज्य Government से 30 हजार रुपए की सब्सिडी प्राप्त हुई. साथ ही बैंक से आसान किस्तों में फाइनेंस की सुविधा भी मिली. कुछ ही दिनों में घर की छत पर सोलर पैनल इंस्टॉल कर दिया गया. अब वे हर महीने बिजली बिल की चिंता से मुक्त हैं और भविष्य में अतिरिक्त बिजली को विद्युत विभाग को बेचकर आय अर्जित करने की तैयारी में हैं.
रोहित ने कहा, “पहले हर महीने बिजली बिल देखकर चिंता होती थी, लेकिन अब हम सौर ऊर्जा से बिजली का उपयोग कर रहे हैं. इससे न केवल पैसे की बचत हो रही है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी अच्छा है.”
उनका मानना है कि इस योजना से हर परिवार को जुड़ना चाहिए, क्योंकि यह लंबे समय तक लाभ देने वाली पहल है.
Prime Minister सूर्यघर योजना का उद्देश्य हर घर को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा से जोड़ना है. केंद्र और राज्य Governmentें मिलकर इस योजना के तहत उपभोक्ताओं को सोलर सिस्टम लगाने पर सब्सिडी दे रही हैं. साथ ही, बैंक लोन की सुविधा से मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोग भी इस योजना का लाभ आसानी से उठा पा रहे हैं.
जिले में इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रशासन और बिजली विभाग सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. अधिकारी लगातार जागरूकता शिविर आयोजित कर लोगों को बता रहे हैं कि सौर ऊर्जा से बिजली बिल में कितनी बचत होती है और इसका पर्यावरण पर क्या सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
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एएसएच/एबीएम
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