मुरादाबाद, 6 अक्टूबर . Samajwadi Party के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने बिहार विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने पर तीखा हमला किया. उन्होंने चुनाव आयोग पर प्रशासनिक दबाव का आरोप लगाते हुए निष्पक्षता पर सवाल उठाए.
सपा नेता एसटी हसन ने से बात करते हुए कहा, “विपक्ष एक चरण में चुनाव चाहता था; जब अन्य प्रदेशों में यह संभव होता है, तो बिहार में क्यों नहीं?”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि चुनाव निष्पक्ष न हुआ तो लोकतंत्र पर सवालिया निशान लगेगा और दुनिया में India की बेइज्जती होगी.
उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग को दबाव में न आकर निष्पक्ष चुनाव कराना चाहिए. हमें उम्मीद नहीं कि वे ईमानदारी से करेंगे. यदि नियत साफ होती तो वोट काटे या बढ़ाए नहीं जाते. ई-वोटिंग शुरू हो, वोटर घर बैठे वोट डालें.”
दरअसल, चुनाव आयोग ने Monday को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बिहार के चुनाव की तारीखों की घोषणा की. आयोग के अनुसार बिहार की 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान कराए जाएंगे. पहले चरण के लिए मतदान 6 नवंबर को 121 सीटों पर होगा, वहीं दूसरे चरण में 122 सीटों पर 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
एसटी हसन ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के अखंड India वाले बयान का समर्थन किया, लेकिन कहा कि इसे औरंगजेब की तरह बनाएं, जिसने विशाल साम्राज्य स्थापित कर अखंड India को मजबूत किया.
बता दें कि मोहन भागवत ने हाल ही में Madhya Pradesh के सतना में कहा कि Pakistan अधिकृत कश्मीर (पीओके) India के घर का एक कमरा है, जिसे वापस लेना होगा. उन्होंने अखंड India को सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बताया. डॉ. हसन ने इसका समर्थन तो किया, लेकिन कहा कि इसे औरंगजेब की तरह बनाएं, जिन्होंने विशाल साम्राज्य स्थापित कर अखंड India को मजबूत किया.
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एससीएच/पीएसके
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