आप सभी ने बोलने वाले तोते जरूर देखे होंगे, लेकिन क्या आप ने कभी गालियां देने वाले तोते देखे हैं? ब्रिटेन के एक चिड़ियाघर में पाँच ऐसे तोते हैं जो गालियां देने में माहिर हैं। ये वहाँ आने वाले दर्शकों को ताबड़तोड़ गालियां देते थे, ऐसे में चिड़ियाघर अधिकारियों ने उन्हें हटा दिया। यह सभी ग्रे कलर के पांच अफ्रीकी तोते हैं। इनके नाम एरिक, जेड, एल्सी, टायसन और बिली है।
इन्हें कुछ समय पहले ही ब्रिटेन के लिंकनशायर वन्यजीव पार्क में दर्शकों के देखने के लिए लाया गया था। हालांकि जब ये चिड़ियाघर आने वाले दर्शकों को गाली देने लगे तो उन्हें हटाना पड़ा।
चिड़ियाघर आने वालों को गालियां देने लगे तोते
वन्यजीव पार्क के अधिकारी ने इन पांच तोतों को एक ही पिंजरे में रखा था। हालांकि एक हफ्ते के अंदर ये सभी आपस में गालियां देना सीख गए। इन तोतों की भाषा सुन वन्यजीव पार्क के अधिकारी भी हैरान रह गए। पार्क के कर्मचारियों ने बताया कि पहले तो ये तोते आपस में ही एक दूसरे को गाली दे रहे थे, लेकिन फिर उन्होंने पार्क में आने वाले दर्शकों को गाली देना शुरू कर दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि इन तोतों ने साथ में रहने के दौरान आपस में ऐसी गंदी भाषा सीख ली।
25 सालों में कभी नहीं देखा ऐसावन्यजीव पार्क के चीफ एग्जीक्यूटिव स्टीव निकोल्स कहते हैं कि “जब हमे इन तोतों के गाली देने की बात पता चली तो हैरान रह गए। बीते 25 सालों में हमने ऐसा पहले कभी नहीं देखा। हमे ये पता था कि तोते कभी-कभी कुछ भद्दी बातें बोल देते हैं। लेकिन दर्शकों को गाली देने वाले तोते मैंने पहली बार देखे हैं। हम अब पार्क में आने वाले बच्चों को लेकर चिंतित हैं। इसलिए हमने इन्हें पार्क से हटाने का फैसला किया है।”
दर्शकों की हंसी से मिलता था बढ़ावास्टीव निकोल्स ने आगे बताया कि “सबसे बड़ा संयोग ये रहा कि हमने पाँच अलग-अलग तोतों को एक ही पिंजरे में, एक ही हफ्ते के लिए रखा। इसका मतलब ये हुआ कि पार्क में ऐसा पिंजरा बन गया जहाँ सिर्फ गाली देने वाले तोते ही थे। हमने इन तोतों को लोगों के देखने के लिए इसलिए रख दिया कि ये अपनी बुरी आदत छोड़ देंगे। लेकिन ये तो दर्शकों ही गालियां देने लगे। जब ये दर्शकों को गाली देते थे तो वे जोर-जोर से हँसते थे। इससे इन तोतों को और बढ़ावा मिला और ये और भी अधिक गालियां देने लगे।”
छोटे बच्चों की खातिर हटा दियास्टीव निकोल्स बताते हैं कि “तोतों का गाली देना बड़े लोगों के लिए भले मजेदार हो, लेकिन जो बच्चे पार्क में आते हैं उनके लिए ये सही चीज नहीं है। अभी इन तोतों को हटा दिया गया है। इन्हें अलग-अलग रखा गया है। उम्मीद है कि कुछ दिनों बाद ये अपनी बुरी आदत छोड़ कुछ नए शब्द बोलना सीख लेंगे। हालांकि यदि उन्होंने अपनी बुरी भाषा बोलना नहीं छोड़ा तो मैं नहीं जानता कि फिर इनके साथ क्या करना है।”
वैसे यदि आपके घर भी कोई तोता है तो उसके सामने कुछ भी बुरा बोलने से पहले दस बार सोचे, वरना आपके घर का माहौल दूसरों के सामने एक्सपोज हो जाएगा।
You may also like
देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन अब बिहार के पटरी पर दौड़ने को तैयार है
संपत्ति की रजिस्ट्री करवाकर ही खुद को मान बैठे हैं मालिक तोˈ खा जाएंगे धोखा चाहिए होंगे ये 12 दस्तावेज
आखिरकार 59 साल के सलमान खान का बदला मन अमीषा पटेल संगˈ लेंगे फेरे? जानें सच्चाई…
पशुचिकित्सा अधिकारियों को गोवंशों के नियमित चिकित्सकीय जांच के निर्देश : महेश कुमार
गाजियाबाद , लोनी एवं मोदी नगर महायोजना 2031 के प्रभावी होने से बढेगी निवेश की संभावनाएंः अतुल वत्स