नई दिल्ली: बिल गेट्स दुनिया के 5वें सबसे अमीर शख्स हैं. ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के मुताबिक, बिल गेट्स की नेटवर्थ अभी 175 बिलियन डॉलर है, अगले 20 साल यानी 2045 तक उनकी नेटवर्थ 200 बिलियन डॉलर हो जाएगी.
बिल गेट्स ने फैसला किया है कि वे अपने बच्चों को इसका सिर्फ 1% ही देंगे, बाकी 99% संपत्ति दान कर देंगे. अगले 20 सालों में बिल गेट्स अफ्रीका को 198 बिलियन डॉलर की रकम देने की योजना बना रहे हैं.
अफ्रीकी संघ
बिल गेट्स ने अफ्रीकी संघ के मुख्यालय में मौजूद 12,000 अधिकारियों, राजनयिकों और युवाओं से कहा, "मैंने हाल ही में ये फैसला किया है कि मेरी संपत्ति का ज्यादातर हिस्सा अगले 20 सालों में दान कर दिया जाएगा. इस पैसे का ज्यादातर भाग अफ्रीका में आने वाली मुश्किलों को दूर करने में मदद करेगा." बिल ने अच्छी सेहत और शिक्षा को विकास की नींव बताया और कहा कि सेहत और शिक्षा के जरिए लोगों की क्षमता को बढ़ाकर, अफ्रीका का हर देश तरक्की की राह पर चल सकता है.
माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना
साल 1975 में बिल गेट्स ने पॉल एलन के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की थी. साल 2000 में उन्होंने सीईओ का पद और साल 2014 में चेयरमैन का पद छोड़ दिया था. आज बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट के सलाहकार के रूप में अभी भी काम करते हैं और ज्यादातर परोपकारी कार्यों पर ध्यान देते हैं.
बिल गेट्स ने फैसला किया है कि वे अपने बच्चों को इसका सिर्फ 1% ही देंगे, बाकी 99% संपत्ति दान कर देंगे. अगले 20 सालों में बिल गेट्स अफ्रीका को 198 बिलियन डॉलर की रकम देने की योजना बना रहे हैं.
अफ्रीकी संघ
बिल गेट्स ने अफ्रीकी संघ के मुख्यालय में मौजूद 12,000 अधिकारियों, राजनयिकों और युवाओं से कहा, "मैंने हाल ही में ये फैसला किया है कि मेरी संपत्ति का ज्यादातर हिस्सा अगले 20 सालों में दान कर दिया जाएगा. इस पैसे का ज्यादातर भाग अफ्रीका में आने वाली मुश्किलों को दूर करने में मदद करेगा." बिल ने अच्छी सेहत और शिक्षा को विकास की नींव बताया और कहा कि सेहत और शिक्षा के जरिए लोगों की क्षमता को बढ़ाकर, अफ्रीका का हर देश तरक्की की राह पर चल सकता है.
माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना
साल 1975 में बिल गेट्स ने पॉल एलन के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की थी. साल 2000 में उन्होंने सीईओ का पद और साल 2014 में चेयरमैन का पद छोड़ दिया था. आज बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट के सलाहकार के रूप में अभी भी काम करते हैं और ज्यादातर परोपकारी कार्यों पर ध्यान देते हैं.