शिक्षा विभाग ने जयपुर के झीरा (गोविंदगढ़) माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य विद्याप्रकाश मीणा को निलंबित कर दिया है। विभाग ने एक आदेश जारी कर प्रधानाचार्य के खिलाफ जाँच शुरू कर दी है। प्रधानाचार्य का 22 सितंबर को डूंगरपुर के गामड़ी (साबला) माध्यमिक विद्यालय में तबादला कर दिया गया था, लेकिन विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। विरोध प्रदर्शनों में बच्चों के अभिभावकों और स्थानीय निवासियों के साथ-साथ प्रधानाचार्य के रिश्तेदार भी शामिल थे। इसके बाद शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की। 24 और 25 सितंबर को स्कूल परिसर में तालाबंदी की गई, विरोध प्रदर्शन किया गया और तबादले के खिलाफ नारेबाजी की गई।
विरोध प्रदर्शनों में प्रधानाचार्य की भूमिका भी सामने आई
मामले की प्रारंभिक जाँच में प्रथम दृष्टया यह पाया गया कि प्रधानाचार्य विद्याप्रकाश मीणा इन गतिविधियों में शामिल थे। इसके बाद, राजस्थान सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम, 1958 के तहत कार्रवाई की गई और उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय माध्यमिक शिक्षा निदेशक, बीकानेर रखा गया है और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
22 सितंबर को राज्य भर में 4,500 से ज़्यादा तबादले हुए
दरअसल, 22 सितंबर को राजस्थान शिक्षा विभाग ने 4,527 प्रधानाचार्यों के तबादले का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही राजनीतिक बवाल मच गया है, वहीं कई जगहों पर छात्र अपने प्रधानाचार्यों के तबादलों का विरोध कर रहे हैं।
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