पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए भीलवाड़ा शहर आगे आया है। भीलवाड़ा ने राहत सामग्री के 2 ट्रक भेजकर एकता और मानवता की एक अद्भुत मिसाल पेश की है। गुरुवार को गुरुद्वारा साहिब सिंधुनगर से ट्रकों में लगभग 32 टन राहत सामग्री पंजाब भेजी गई। इसके साथ ही, गुरुद्वारा सभा के कुछ सदस्य पंजाब जाकर वहाँ के हालात का जायजा लेंगे। उनका उद्देश्य यह समझना है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में और किन-किन चीज़ों की ज़रूरत है, ताकि भविष्य में और मदद भेजी जा सके।
सर्व समाज के सहयोग से एकत्रित सामग्री
गुरुद्वारा साहिब के सचिव ऋषिपाल सिंह ने बताया कि पंजाब में हाल ही में आई भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। इस आपदा में जान-माल का भारी नुकसान हुआ, फसलें नष्ट हो गईं और कई परिवार बेघर हो गए। संकट की इस घड़ी में भीलवाड़ा के सिख समुदाय ने सर्व समाज के सहयोग से मात्र दो दिनों में यह राहत सामग्री एकत्रित की।
खाद्य सामग्री, दवाइयाँ और पशु आहार किट भेजी गईं
इन सामग्रियों में आटा, दालें, चावल, मसाले, चीनी, दवाइयाँ, पानी की बोतलें और पशु आहार शामिल हैं। इन सभी वस्तुओं को किटों में व्यवस्थित रूप से पैक किया गया था, ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वितरण आसान हो सके।
सांसद ने हरी झंडी दिखाई
सांसद दामोदर अग्रवाल ने इन ट्रकों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने सिख समुदाय के इस नेक प्रयास की सराहना करते हुए कहा, "पंजाब में भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान से प्रभावित लोगों की मदद के लिए भीलवाड़ा का सिख समुदाय आगे आया है। ऐसी प्राकृतिक आपदाओं में सभी को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए।" उन्होंने आगे कहा कि इस पहल से सामाजिक एकता की भावना और मजबूत हुई है। यह प्रयास न केवल पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत का साधन है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे एक शहर आपदा के समय दूसरे राज्य के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हो सकता है।
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