जिले का एक युवक जो रूस में एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई कर रहा था, पिछले 9 दिनों से लापता है। छोटी दीपावली के दिन उसकी अपनी मां से आखिरी बार फोन पर बात हुई थी, उसके बाद से परिवार का उससे कोई संपर्क नहीं हो पाया है। युवक के परिजन बेहद चिंतित हैं और उन्होंने भारत सरकार तथा विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार लगाई है।
📍 कौन है लापता छात्र?मिली जानकारी के अनुसार, लापता युवक का नाम [नाम उपलब्ध नहीं होने पर उल्लेख नहीं किया गया], अलवर जिले के एक स्थानीय परिवार से संबंध रखता है। वह पिछले कुछ वर्षों से रूस के एक प्रतिष्ठित मेडिकल विश्वविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। छोटी दीपावली के दिन उसने अपनी मां से फोन पर सामान्य बातचीत की थी और बताया था कि सब कुछ ठीक चल रहा है। लेकिन इसके बाद से उसका मोबाइल फोन बंद आ रहा है और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी कोई गतिविधि नहीं है।
🕵️♂️ परिवार की चिंता बढ़ी, दूतावास से संपर्कपरिवार ने पहले तो सोचा कि शायद नेटवर्क की समस्या होगी, लेकिन जब कई दिनों तक कोई संपर्क नहीं हुआ तो उन्होंने रूस स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क साधा।
परिजनों ने स्थानीय पुलिस और विदेश मंत्रालय को भी लापता होने की सूचना दी है। अब मामले की जांच भारतीय दूतावास और स्थानीय रूसी पुलिस के सहयोग से की जा रही है।
लापता छात्र की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “छोटी दीपावली की रात उसने कहा था कि वह पढ़ाई में व्यस्त है और जल्द बात करेगा। उसके बाद से हम उसका चेहरा तक नहीं देख पाए। बस एक बार उसकी आवाज सुन लें, यही दुआ है।”
परिवारजन हर दिन उसकी कोई खबर मिलने की उम्मीद में मोबाइल और ईमेल चेक कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।
विदेश मंत्रालय ने इस मामले में जानकारी जुटाने के लिए रूस में भारतीय दूतावास को निर्देश दिए हैं। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन से भी छात्र की उपस्थिति और हालिया गतिविधियों की रिपोर्ट मांगी गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सीसीटीवी फुटेज और हॉस्टल रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है।
⚠️ अभी तक कोई सुराग नहीं9 दिन बीत जाने के बावजूद छात्र का कोई पता नहीं चल पाया है। न तो उसने किसी से संपर्क किया है और न ही कोई संदिग्ध लेनदेन या यात्रा रिकॉर्ड सामने आया है। इस कारण परिवार की चिंता और बढ़ती जा रही है।
🙏 परिवार की गुहारअलवर स्थित परिवार ने भारत सरकार, दूतावास और मीडिया से मदद की अपील की है ताकि उनके बेटे का पता जल्द लगाया जा सके।
स्थानीय समाजसेवी संगठनों ने भी मामले को गंभीर बताते हुए विदेश मंत्रालय से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
राजस्थान के अलवर जिले से रूस तक फैले इस मामले ने अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बना दिया है। सभी की निगाहें अब रूस में चल रही जांच पर टिकी हैं, ताकि युवक सुरक्षित मिल सके और परिवार की उम्मीदों को राहत मिल सके।
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