नवरात्रि का पावन पर्व भक्ति और उपवास का समय होता है। देवी दुर्गा की आराधना में नौ दिनों का उपवास रखने के बाद, अब इसे तोड़ने का समय आ गया है। लेकिन सावधान! जल्दबाजी में या गलत तरीके से उपवास तोड़ने से आपकी सेहत को नुकसान पहुँच सकता है। आइए जानें कि उपवास तोड़ते समय किन ज़रूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
लंबे उपवास का शरीर पर प्रभाव
नौ दिनों तक उपवास करने से पाचन तंत्र धीमा हो जाता है। पेट में पाचक रसों और एंजाइमों की मात्रा कम हो जाती है। शरीर द्वारा ऊर्जा संरक्षण की कोशिश करने के कारण चयापचय भी धीमा हो जाता है। अगर इस दौरान पानी या तरल पदार्थों का सेवन कम किया जाए, तो सोडियम और पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बिगड़ सकते हैं। शोध बताते हैं कि लंबे समय तक उपवास रखने से थकान, पोषक तत्वों की कमी और मांसपेशियों को नुकसान हो सकता है। इसलिए, उपवास तोड़ते समय सावधानी बरतना ज़रूरी है।
उपवास तोड़ने का सही तरीका
अपना उपवास हमेशा तरल पदार्थों से शुरू करें। पानी, नींबू पानी, नारियल पानी या हल्का छाछ पिएं। ये तरल पदार्थों की पूर्ति में मदद करते हैं। इसके बाद फलों का रस, पके फल या हल्का सूप पिएं। पहले दिन थोड़ा-थोड़ा खाएं। धीरे-धीरे अपने सामान्य आहार पर लौटें। आयुर्वेद भी व्रत खोलते समय हल्का और पौष्टिक भोजन करने की सलाह देता है।
इन गलतियों से बचें
व्रत खोलते समय भारी, तला हुआ या मसालेदार भोजन खाने से बचें। इससे पेट दर्द, अपच, एसिडिटी या दस्त हो सकते हैं। एक बार में ज़्यादा खाना भी हानिकारक है। 2024 के एक अध्ययन के अनुसार, लंबे व्रत के बाद अचानक भारी भोजन करने से शरीर के कई अंगों पर बुरा असर पड़ता है।
स्वस्थ और सुरक्षित रहें
नवरात्रि व्रत का उद्यापन श्रद्धा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर करें। व्रत को सही तरीके से खोलने से आपको देवी दुर्गा की कृपा और अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त हो सकता है। छोटी-छोटी सावधानियां आपको बड़ी समस्याओं से बचा सकती हैं।
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