जोधपुर । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे इतिहास रच रहा है। यहां तक कि रेल बजट में जितना धन अकेले राजस्थान को दिया गया है उतना तो एक देश का पूरा बजट भी नहीं है। यह बात उन्होंने सोमवार को जोधपुर के संक्षिप्त दौरे पर मीडिया से बात करते हुए कही। इस दौरान उन्होंने जोधपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर चल रहे री-डेवलपमेंट कार्य का अवलोकन किया।
रेल मंत्री ने इन दिनोंं देश भर में रेलवे स्टेशनों की शक्ल बदलने और रेल में ढांचा का विकास को लेकर कहा कि पहले के दौर में स्टेशनों में सुधार के नाम पर रंग रोगन किया जाता था और उन्हें आदर्श स्टेशन का नाम दे दिया जाता था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अब देशभर में स्टेशनों की सूरत बदली जा रही है। इन्हें अमृत भारत स्टेशनों के नाम से नए सिरे से तैयार किया जा रहा है, जिस पर कई हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी का भी यही कहना है कि रेलवे का ढांचागत विकास और स्टेशनों का डेवलपमेंट इस तरह होना चाहिए कि वह अगले 50 साल के लिए काम आ सके। उन्होंने कहा कि जोधपुर का मिर्ची बड़ा और गुलाब जामुन भी अब स्टेशन पर आराम से मिलेगा।
डीआरएम से ली जानकारी
यहां उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी से सवाल किया कि जोधपुर स्टेशन की बिल्डिंग में जोधपुर की धरोहर को समाहित किया गया है या नहीं? इस पर मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि जो पुरानी बिल्डिंग है, उसका क्लॉक टावर नई बिल्डिंग के बीच में समाहित किया गया है। उसके स्वरूप को यथावत संजोए रखा जाएगा। इस दौरान रेलमंत्री ने मौके पर री- डेवलपमेंट का काम देख रहे इंजीनियर से स्टेशन की डिजाइन, पार्किंग, यात्री सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। इंजीनियर में बताया कि स्टेशन बिल्डिंग में एंट्री के लिए वाहनों को फ्लाईओवर जैसी सुविधा दी जाएगी। वैष्णव ने यात्रियों के बैठने, प्लेटफार्म, स्टॉल्स आदि के बारे में भी जानकारी ली।
यात्रियों से लिया फीडबैक
निरीक्षण के बाद वैष्णव ने रेलवे स्टेशन पर बैठे यात्रियों से फीडबैक लेते हुए स्टेशन पर मिल रही सुविधाओं और किसी तरह की परेशानी के बारे में भी पूछा। इस पर एक यात्री जैसलमेर निवासी नरपत राम ने बताया कि वैसे तो सब बढिय़ा है लेकिन लिफ्ट बंद है। इससे बुजुर्ग यात्रियों को बड़ी परेशानी हो रही है। इस पर मंत्री ने मौके पर ही डीआरएम से पूछा और इस समस्या का तत्काल निदान कराने के निर्देश भी दिए।
बारिश का पानी निकालने में जुटे रहे कार्मिक
रेल मंत्री के औचक निरीक्षण की जानकारी मिलने के बाद रेलवे प्रशासन भी तुरत फुरत में व्यवस्थाओं में जुट गया था। इसी बीच एक समस्या सामने आई। रात को बारिश के चलते स्टेशन के मुख्य गेट के बाहर पानी जमा हो गया था। इसकी वजह से कोई सीधे अंदर भी नहीं जा सकता था। ऐसे में प्रशासन ने मोटर वाला ट्रैक्टर मंगवाया और पानी को बाहर निकालने की कवायद शुरू की, लेकिन मंत्री का दौरा खत्म होने तक ये काम पूरा नहीं हो पाया। हालांकि, प्रशासन मंत्री को वैकल्पिक मार्ग से भीतर ले गए और उसी रास्ते से वे वापस रवाना हुए।
You may also like
शाही ज़िन्दगी जीते हैं इस राशि के लोग. हारी हुई बाज़ी जीत कर बनते हैं बाज़ीगर 〥
Deepak Jalane Ke Niyam: देवी-देवता के सामने दीपक जलाने से पहले जान लें इसके नियम. वरना फायदे की जगह होगा नुकसान 〥
सीबीआई के नए डायरेक्ट की नियुक्ति पर राहुल गांधी ने फंसाया पेंच, पीएम मोदी के प्रस्ताव पर...
घर में रखी इन चीजों को कभी न छोड़ें खाली, बन सकती हैं वास्तु दोष का कारण 〥
चरित्रहिन होती हैं ऐसी महिलाएं, कर देती है परिवार का विनाश, जाने इनके लक्षण 〥